पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता भारत भूषण आशु की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनको 5 दिन की रिमांड पर लिया है। भारत भूषण आशु को ईडी ने टेंडर स्कैम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कथित संलिप्तता के आरोप में गुरुवार को अरेस्ट किया था। इसके बाद ईडी ने आज यानी शुक्रवार को जालंधर सेशन कोर्ट में पेश किया था। ईडी ने कोर्ट से आशु की 7 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने सिर्फ 5 दिन की मंजूरी दी।
जालंधर के ईडी ऑफिसर जेपी सिंह ने कहा कि, ‘हमने 7 दिन की हिरासत की मांग की थी, लेकिन हमें (भारत भूषण आशु की) 5 दिन की हिरासत मिली है। मीडियो को प्रेस नोट के जरिए से विस्तृत जानकारी दे दी जाएगी।’ जालंधर सेशन कोर्ट से बाहर निकलते वक्त भारत भूषण आशु के चारों और ईडी, सुरक्षा बलों और वकीलों का घेरा दिखाई दिया। मीडिया ने आशु से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने किसी भी पत्रकार के सवाल पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और बिना कुछ कहे सीधे ईडी अधिकारियों के साथ कार में जाकर बैठ गए। गुरुवार को अरेस्ट करने से पहले ईडी ने भारत भूषण आशु से 8 से 9 घंटे पूछताछ की थी। बता दें कि भारत भूषण आशु दो हजार करोड़ रुपये के घोटाले में बुरी तरह से फंसते चले जा रहे हैं।
भारत भूषण आशु जब पंजाब सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के प्रभारी थे, तब उन पर करीब 2000 करोड़ रुपये के टेंडरों में घोटाले का आरोप लगा था। आगे चलकर इस पूरे मामले को टेंडर स्कैम के नामे जाना गया। पंजाब की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडरों में बड़े पैमाने पर अनियमितता पाई गई थीं। इसके बाद ईडी ने भारत भूषण आशु के ठिकानों पर छापेमारी की थी। तलाशी के दौरान ईडी को करीब डेढ़ करोड़ रुपये की प्रोपर्टी के डॉक्यूमेंट मिले थे। साथ ही करीब 30 लाख रुपये भी जब्त किए गए थे।