एशियन गेम्स 2023 में भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम को पहली सफलता मिल गई है। चीन के खिलाफ अपने पहले ही मुकाबले में करारी हार से उबरते हुए टीम इंडिया ने बांग्लादेश को ग्रुप स्टेज के अपने दूसरे मैच में 1-0 से हरा दिया। टीम इंडिया को इस मैच में जीत के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन आखिरी मिनटों में मिली पेनल्टी पर कप्तान सुनील छेत्री ने कोई गलती किये बिना टीम को बढ़त दिलाई, जो निर्णायक साबित हुई। इसके साथ ही ग्रुप बी में टीम इंडिय ने 3 पॉइंट्स के साथ अपना खाता खोला। भारत का अगला मैच ताइवान से है।
हांगझू के एक्सएससी स्टेडियम में गुरुवार 21 सितंबर को भारत और बांग्लादेश के बीच ये मुकाबला खेला गया, जहां दोनों टीमों में कड़ी टक्कर देखने को मिली और गोल के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। पहले हाफ में कई मौके बनने के बावजूद कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी और मुकाबला 0-0 के साथ अगले हाफ में पहुंचा। दूसरे हाफ में भी यही स्थिति बरकरार रही और कोई भी टीम खाता नहीं खोल पाई। मैच खत्म होने की कगार पर था कि 85वें मिनट में टीम इंडिया को पेनल्टी मिल गई। बांग्लादेशी कप्तान ने पेनल्टी बॉक्स में भारतीय विंगर ब्रायस मिरांडा को फाउल कर दिया और रेफरी ने इसे भारत के पक्ष में पेनल्टी दे दी। हमेशा की तरह पेनल्टी की जिम्मेदारी संभालने के लिए कप्तान छेत्री आए और उन्होंने कोई गलती किये बिना इसे गोल में तब्दील कर दिया। ये बढ़त ही अंत में जीत के लिए काफी रही और भारत ने 3 पॉइंट हासिल किये।
अगले राउंड में पहुंचने के लिए भारतीय टीम के लिए ये जीत बेहद अहम है। सिर्फ इसलिए नहीं क्योंकि टीम ने अपना खाता खोला है, बल्कि इसलिए भी क्योंकि उसे प्रैक्टिस के लिए ज्यादा वक्त नहीं मिला है। खिलाड़ियों के चयन को लेकर इंडियन सुपर लीग क्लब का भारतीय कोच इगोर स्टिमाच की मांगों को न मानने के कारण टीम इंडिया अपने पहले मैच से करीब 15-20 घंटे पहले ही चीन पहुंची थी। अंडर-23 स्तर पर खेले जाने के कारण इन खिलाड़ियों को एक टीम के रूप में ट्रेन करने का वक्त कोचिंग स्टाफ को नहीं मिला था और इसका असर चीन के खिलाफ पहले मैच में दिखा भी था, जहां टीम को करारी हार मिली थी। ऐसे में ये जीत टीम और कोच के लिए बेहद अहम है।