कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बोलपुर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत केतुग्राम में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता मिंटू शेख की हत्या के मामले में पुलिस ने दो संदिग्धों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि मिंटू पर रविवार को पहले बम से हमला किया और बाद में उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों में एक संदिग्ध सिविक वालंटियर है, जबकि दूसरा तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता है। उन्होंने हत्या के लिए 10 संदिग्धों की पहचान की है। मिंटू की हत्या उस समय हुई थी जब वह चुनाव ड्यूटी से लौट रहा था।
पुलिस ने बताया कि मिंटू को मारने के लिए पहले उस पर बम फेंका गया और फिर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पत्नी ने हालांकि आरोप लगाया कि उसका पति एक रैली में गया था और घर लौटते समय उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। उन्होंने अपराध जांच विभाग (सीआईडी) से जांच कराने की मांग की है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हत्या में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ता शामिल हैं, हालांकि माकपा ने इसका खंडन किया और हत्या के पीछे पार्टी गुट के कलह को बताया है।
तृणमूल कांग्रेस ने कहा, “हिंसा और रक्तपात के अपने 34 साल के शासनकाल वाली माकपा ने केतुग्राम में हमारे पार्टी कार्यकर्ता की बेरहमी से हत्या कर दी।” पार्टी ने कहा कि मिंटू शेख चुनाव ड्यूटी के बाद घर जा रहे थे, उन्हें रोककर क्रूरतापूर्वक हमला किया गया और बम से हमला करने के बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।OTA की टेबल हटवाई