भारत G20 सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है और इसी के अंतर्गत आज एक और जी20 सेमिनार का आयोजन किया गया है। इसको केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया है। इस सेमिनार का विषय Global Economy: Challenges, Opportunities and the Way Forward है जिसके तहत वित्त मंत्री ने भारत के वैश्विक अर्थव्यवस्था में योगदान को लेकर भी बात की और ग्लोबल चुनौतियों और अवसरों के बारे में संबोधित किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत में G20 सम्मेलन की अध्यक्षता के तहत पिछले 8 महीनों से कई तरह के इवेंट्स, कार्यक्रम, सेमिनार का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत के सामने इस समय वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के साथ-साथ कई अन्य तरह की चुनौतियां हैं लेकिन देश के सामने विकास के बहुमुखी अवसर भी हैं। भारत के सामने जियो पॉलिटिकल चुनौतियों के मुकाबले देश में अपार संभावनाओं को पूरा करने के लिए विशाल जनसंख्या का साथ भी है। G20 सम्मेलन की अध्यक्षता के जरिए भारत ने दिखाया है कि अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों के बावजूद बेहतर कल और आने वाले भविष्य के लिए कोई देश किस तरह अपना योगदान दे सकता है। भरत ग्लोबल चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम है और समय-समय पर देश ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है और कई उदाहरण रखे हैं।
भारत ने जी20 अध्यक्षता के तहत 21वीं सदी में विकास का उच्च स्तर हासिल करने के लिए कई योजना, प्लान और एजेंडा बताए हैं और इसके लिए उचित रोडमैप क्या होना चाहिए, इसको सक्षम रूप से सामने रखा है। ग्लोबल चुनौतियों जैसे गरीबी, अशिक्षा, भुखमरी, महामारी से निपटने के लिए देशों को मिलकर किस तरह काम करना चाहिए, इसका भी उदाहरण विश्व के सामने रखा है।
वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि जी20 के ट्रिपल एजेंडा के अतिरिक्त कुछ अन्य विषय ऐसे हैं जो जी20 फाइनेंस ट्रैक के तहत सुलझाए जाने हैं। विश्व में टिकाऊ विकास के लिए देशों को किस तरह मिलकर नई राह ढूंढनी होंगी और नाजुक मुद्दों को सुलझाना होगा- इसके लिए भारत ने जी20 सम्मेलनों में कई तरह के उपायों पर चर्चा और प्रयास किए हैं। कुछ देशों को किस तरह बड़े कर्ज के चंगुल से निकलने और मौजूदा डेट के फंदे से निकलना होगा, इस पर बात की गई है।