मुंबई में एक्टर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने के मामले में 4 गिरफ्तारियां हुई थीं। चारों आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया था। लेकिन चार में एक आरोपी ने जेल के अंदर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक, आरोपी अनुज थापन ने बुधवार को जेल के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने दरी से फंदा बनाया था। वह पंजाब के फाजिल्का जिले के सुखचैन गांव का रहने वाला था।
अनुज की मौत के बाद अब उसके परिवार और गांव वालों की प्रतिक्रिया आई है। मृतक अनुज के भाई अभिषेक थापन ने बताया कि वह गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा भाई अनुज ट्रक कंडक्टर था। उसने सुसाइड नहीं किया। बल्कि, उसका कत्ल कर दिया गया है। मैं उसके लिए इंसाफ की मांग करता हूं।’
वहीं, मृतक के मामा रजनीश का कहना है कि हाई सिक्योरिटी जेल के अंदर अनुज ऐसे कैसे सुसाइड कर सकता है। जरूर कुछ गड़बड़ है। ये नॉर्मल मौत नहीं बल्कि, हत्या है। इसमें पुलिस की लापरवाही साफ नजर आ रही है। अगर जेल में पुलिस तैनात होती है तो ऐसे में अनुज कैसे ये कदम उठा सकता है। उन्होंने कहा, ‘अनुज की मौत की जांच होनी चाहिए। मेरे भांजे ने सुसाइड नहीं किया बल्कि उसका कत्ल पुलिस कस्टडी में किया गया है।’
उधर, गांव के सरपंच मनोज कुमार गोदारा ने भी हत्या का शक जताया। उनका कहना है कि अनुज ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि पुलिस कस्टडी में टॉर्चर के चलते उसकी मौत हुई है। उन्होंने कहा, ‘यह आत्महत्या नहीं, कत्ल है। इसकी जांच महाराष्ट्र के बाहर की किसी एजेंसी द्वारा होनी चाहिए।’
इस मामले में मुंबई पुलिस की ओर से आजाद मैदान थाने में एक्सीडेंटल डेथ की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। पुलिस के मुताबिक, शूटर सागर पाल और विक्की गुप्ता को हथियार सप्लाई करने के आरोप में अनुज थापन को सोनू कुमार बिश्नोई के साथ पंजाब से गिरफ्तार किया गया था। सागर और विक्की पहले से ही मुंबई पुलिस की गिरफ्त में हैं।
पहले चारों आरोपियों पर आईपीसी और आर्म्स एक्ट के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। बाद में पुलिस ने शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल के साथ-साथ सोनू बिश्नोई और अनुज थापन पर मकोका लगा दिया। इस मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके भाई अनमोल भी आरोपी हैं। उन्हीं के इशारे पर विक्की और सागर ने 14 अप्रैल 2024 को सलमान खान के बांद्रा वेस्ट स्थित ‘गैलेक्सी अपार्टमेंट’ के बाहर गोलियां चलाई थीं।