नई दिल्ली। ग्लॉस्टरशायर के 23 वर्षीय बल्लेबाज बेन वेल्स ने दिल की बीमारी के कारण अपने पेशेवर क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया। एक भावनात्मक नोट में बेन वेल्स ने अपने काउंटी टीम के साथियों और परिवार को उनके साथ रहने के लिए धन्यवाद दिया। साथ अपने फैसले का खुलासा किया।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब 23 साल के ग्लॉस्टरशायर क्रिकेटर बेन वेल्स ने दिल की बीमारी का पता चलने के बाद पेशेवर क्रिकेट से संन्यास ले लिया। प्री-सीजन में नियमित हृदय जांच के दौरान वेल्स को एरिथमोजेनिक राइट वेंट्रिकुलर कार्डियोमायोपैथी (एआरवीसी) का पता चला था। इसके चलते उन्हें कई सारी परेशानी होने लगी थी। इसके चलते समय से पहले ही बेन वेल्स ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
भावुक पोस्ट में लिखा बेन ने लिखा, दुर्भाग्य से मुझे खेदजनक रूप से तत्काल प्रभाव से पेशेवर क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए और आने वाले हफ्तों में डिफाइब्रिलेटर प्रत्यारोपित करने की आवश्यकता होगी। यह जितना कठिन है, इस निदान ने संभवतः मेरी जान बचाई है मेरे साथ रहने के लिए दोस्तों और परिवार के सदस्यों को धन्यवाद।
बेन ने आगे लिखा, यह उतार-चढ़ाव से भरी यात्रा रही है। 18 साल की उम्र में अनुबंध हासिल न कर पाने से लेकर 21 साल की उम्र में ग्लॉस्टरशायर के साथ मौका मिलने तक, कई मुश्किलों से जूझना पड़ा। अपने पहले और एकमात्र शतक के साथ अपने करियर का अंत करना दुःखद है। बता दें कि वेल्स ने घरेलू क्रिकेट में एक प्रथम श्रेणी मैच, 15 लिस्ट-ए और नौ टी20 मैच खेले हैं। वेल्स के नाम डरहम के खिलाफ एक शतक है और यह उनका आखिरी पेशेवर मैच होगा।