छठी मैय्या के बारे में कहा जाता है कि यह बड़ी ही दुलारी हैं।
छठ का प्रसाद जहां बन रहा हो वहां भोजन नहीं करना चाहिए।
छठ मैय्या के प्रसाद को पैर नहीं लगाना चाहिए।
छठी मैय्या की मनौती को नहीं भूलना चाहिए।
छठ का व्रत करने वाले को बुरा भला नहीं कहें।
भक्त पूरी श्रद्धा से छठ पर्व में मैय्या को तरह तरह भोग लगाते हैं।