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हरियाणा के गांव में तैयार किया गया सबसे बड़ा अशोक चक्र

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 18 2018 10:48AM | Updated Date: Aug 18 2018 10:48AM
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यमुनानगर। अशोक चक्र को गोल्डन कलर में पेंट कर नार्थ-साउथ मेग्नेटिक फील्ड ग्रेविटी के हिसाब से स्थापित किया जाएगा। इसकी तैयारी जोरों पर है। करीब एक एकड़ क्षेत्र में विकसित किए जा रहे इस स्थल पर एक कम्युनिटी सेंटर भी बनाया जाएगा, जहां पर पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस भूमि की बाउंड्री ग्राम पंचायत ने करवाई है जबकि आगे के विकास कार्य दि बुद्धिष्ट फोरम द्वारा करवाए जा रहे हैं। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में स्थापित अशोक स्तंभ का यह रेप्लिका (डुप्लीकेट) जिले में रादौर खंड के गांव टोपरा कलां में स्थापित होगा।  
 
1453 में फिरोजशाह तुगलक जब टोपरा कलां में शिकार के लिए आए तब उसकी नजर इस स्तंभ पर पड़ी। पहले वे इसे तोड़ना चाहते थे, लेकिन बाद में इसे अपने साथ दिल्ली ले जाने का मन बनाया। इस बात का वर्णन इतिहासकार श्यामे सिराज ने तारीकी-फिरोजशाही में किया है। यमुना के रास्ते इस स्तंभ को दिल्ली ले जाने के लिए एक बड़ी नाव तैयार की गई।
 
स्तंभ पर कोई खरोंच न पडे़ इसके लिए उसे रेशम व रुई में लपेट कर ले जाया गया। टोपरा से यमुना नदी तक इसे ले जाने के लिए 42 पहियों की गाड़ी तैयार की गई थी, जिसे आठ हजार लोगों ने खींचा था। 18वीं शताब्दी में सबसे पहले एलेग्जेंडर कनिंघम ने साबित किया था कि यह स्तंभ टोपरा कलां से लाया गया है। 
 
टोपरा कलां से कैसे ले जाया गया अशोक स्तंभ 
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में जो अशोक स्तंभ लगा हुआ है, वह जिले के गांव टोपरा कलां से ही ले जाया गया था। इतिहासकार डॉ। राजपाल के मुताबिक सम्राट अशोक ने गुजरात की गिरनार की पहाड़ियों में इस स्तंभ को बनवाया था, जिसकी लंबाई 42 फीट व चौड़ाई 2।5 फीट है। इस स्तंभ पर प्राचीन ब्राह्मी लिपी और प्राकृत भाषा में लिखी गई उनकी सात राजाज्ञाएं खुदी हुई हैं। देश का यह एकमात्र स्तंभ है, जिस पर सात राजाज्ञाएं खुदी हुई हैं। 
 
तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे 
द बुद्धिष्ठ फोरम के अध्यक्ष सिद्धार्थ गौरी का कहना है कि फिरोजशाह कोटला में लगे स्तंभ को वापस लाना मुश्किल है इसलिए इसका प्रारुप तैयार कराया जाएगा। जिसे टोपरा कलां में स्थापित किया जाएगा। इस पार्क पर करीब तीन करोड़ रुपए खर्च होंगे, जिसके लिए डोनेशन लिया जाएगा। साथ ही श्रीलंका ने भी मदद का आश्वासन दिया है। 
 
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