काहिरा। इजिप्ट की राजधानी काहिरा में आर्कियोलॉजिस्ट को नाले से प्राचीन सभ्यता से जुड़ी एक विशाल मूर्ति मिली है। यह मूर्ति वहां के सबसे लंबे समय तक राज करने वाले शासक राम्सेस सेकंड की है। तीन हजार साल पुरानी और करीब 26 फीट ऊंची इस मूर्ति की चार साल से तलाश की जा रही थी। जर्मनी और इजिप्ट के कुछ आर्कियोलॉजिस्ट्स कैरो स्थित मटेरिया नामक बस्ती में पुरानी सभ्यता से जुड़ी चीजों की तलाश कर रहे थे, तभी यह मूर्ति मिली।
इस साल मार्च महीने की शुरुआत में इन्हें यहां के नाले में मूर्ति के धड़ का ऊपरी हिस्सा मिला। आर्कियोलॉजिस्ट का मानना है कि यह इजिप्ट के फेमस शासक राम्सेस सेकंड की मूर्ति का एक हिस्सा है। मटेरिया बस्ती में कई हजार साल पहले हेलियोपोलिस नामक शहर था। इजिप्ट में मान्यता है कि इसी जगह पर सूर्यदेव ने संसार की रचना की थी। यह प्राचीन इजिप्ट सभ्यता का एक बड़ा सेंटर रहा है, इसलिए हमें यकीन था कि इस जगह पर पुरानी सभ्यता से जुड़ी कई बेशकीमती चीजें मिल सकती हैं।
म्यूजियम में रखा जाएगा
कई हजार साल पहले जब रोमन साम्राज्य ने इस जगह पर कब्जा जमाया तो उन्होंने कई इमारतों को गिराकर उनके ऊपर नए निर्माण किए। राजा राम्सेस द्वितीय की विशाल मूर्ति भी शायद इसी दौरान तोड़ दी गई होगी। इजिप्ट के एंटिक्स मिनिस्ट्री ने कहा है कि मूर्ति के इस टुकड़े को सेंट्रल कैरो स्थित म्यूजियम में रखा जाएगा।
बाद में इसे गीजा के पिरामिड के पास ग्रैंड इजिप्शियन म्यूजियम में ले जाएगा। यह म्यूजियम इस साल के अंत तक शुरू होगा। राजा राम्सेस सेकंड इजिप्ट के सबसे पॉपुलर और लंबे समय तक राज करने वाले शासक रहे हैं। वे ईसा पूर्व 1279 (करीब 3300 साल पहले) इजिप्ट की गद्दी पर बैठे थे। उन्होंने लगभग 66 साल तक राज किया। उन्हें राम्सेस द ग्रेट कहा जाता है। प्राचीन इजिप्ट के विस्तार का श्रेय इन्हें ही दिया जाता है।