झुंझुनू। झुंझनू जिले के राधू की ढाणी के रहने वाले अनिल कुमार ने अपनी ख्वाहिशों को पूरा करते हुए लोगों को जिंदगी के मकसद को पूरा करने की प्रेरणा दी है। कुछ साल पहले एक हादसे में एक पैर गवां चुके अनिल ने आत्मविश्वास और होसले के बूते देश के लिए खेलने का अपना सपना साकार कर लिया।
अनिल का बचपन से ही वॉलीबॉल का बेहतरीन खिलाड़ी बन देश की टीम का प्रतिनिधित्व करने का सपना था। अपने इस सपने को साकार करने की ओर अग्रसर इस युवक ने एक पैर अक्टूबर 2014 में एक हादसे में गवां दिया। लेकिन अपने हौसले और हिम्मत के बलबूते थोड़े समय बाद ही फिर से मैदान में आ गया और सिटिंग वॉलीबॉल खेलने लगा और तीन साल के नियमित अभ्यास के बाद सिंटिंग वॉलीबॉल की भारतीय टीम में जगह बना ली।
आईटीआई कर रहे अनिल अपने संस्थान की जेवेलियन थ्रो टीम के सदस्य भी हैं। अनिल का कहना है कि लक्ष्य हासिल करने के लिए जोश, जज्बा व लगन के साथ गाइडेंस व स्पोर्ट की जरूरत होती है।