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इंडोनेशिया में जिंदा जला दिए जाते हैं कुत्ते, नर्क से कम नहीं ये जगह

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Feb 2 2018 7:42PM | Updated Date: Feb 2 2018 7:42PM
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इंडोनेशिया का सुलावेसी बाजार अपनी क्रूरता की वजह से बदनाम हो रहा है। कुछ समय पहले यहां के विचलित करने वाले फुटेज सामने आए हैं जहां मांस के लिए कुत्तों और कई अन्य जानवरों को जिंदा जला दिया जाता है। यहां बेरहमी से कुत्तों को मारकर उनका मांस बेचा जा रहा है, जिसके लिए कुत्‍तों को मार मार कर आग में भून दिया जाता है। कई बार कुत्तों की मौत हो जाती है पर कई जलाने के दौरान जीवित रहते हैं। 
 कुछ एक वर्ग के लोग और लोकल अथॉरिटी मिलकर इस घिनौनी और क्रूर काम को अंजाम देते हैं। यहां कुत्तों के साथ-साथ, बिल्ली, सांप, चमगादड़ का भी मांस बेचा जाता है। कई विदेशी लोग भी इस जगह को देखने आते हैं।
 
हाल ही में हुआ स्टिंग ऑपरेशन
 
इंडोनेशिया में इसे रोकने के लिए डॉग मीट फ्री इंडोनेशिया नामक कैंपेन भी शुरू किया गया है। इसी के अंतर्गत कुछ सोशल एक्टिविस्ट ने सुलावेसी बाजार में स्टिंग ऑपरेशन कर यहां की खौफनाक सच्चाई सबके सामने लाई है।
 
चीन में मनाया जाता है त्यौहार
 
इसी तरह चीन के ग्वांग्सी प्रांत के यूलिन सिटी में तमाम विरोध के बावजूद डॉग मीट फेस्टिवल मनाया जाता है। 10 दिन चलने वाले इस फेस्टिवल में हर साल हजारों डॉग्स को बेरहमी से मार दिया जाता है। हालांकि, इसे बंद कराने को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन किया जाता रहा है, लेकिन अब तक इसे बंद नहीं कराया जा सका।
 
बंद करने के लिए 1 करोड़ लोग कर चुके हैं पिटीशन साइन
 
इस फेस्टिवल को बंद कराने के लिए एनिमल राइट एक्टिविस्ट लगातार विरोध कर रहे हैं। पिछले साल इसे लेकर एक सर्वे भी कराया गया, जिसमें यह सामने आया कि चीन के 64 फीसदी लोग इस फेस्टिवल के खिलाफ हैं। 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे बंद कराने को लेकर पिटीशन पर साइन भी किया है। सर्वे में 51.7 फीसदी लोगों ने डॉग मीट ट्रेड को हमेशा के लिए बंद करने की मांग की।
वहीं, 69.5 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने कभी भी डॉग मीट नहीं खाया। सर्वे के मुताबिक, चीन के ज्यादातर लोग मानते हैं कि इस फेस्टिवल से चीन की साख को भी धक्का पहुंच रहा है।
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