हमारे देश में कन्याओं को देवी का दर्जा प्राप्त है और लोग उनकी पूजा भी करते हैं। लेकिन भारत देश में एक जगह ऐसी भी है जहां कन्याओं को देवी बनाकर, उन्हें निर्वस्त्र करने के बाद उनकी पूजा की जाए।
यह सच है। भारत में एक जगह ऐसी है, जहां 7 लड़कियों को देवी बनाकर उन्हें निर्वस्त्र करने के बाद उनकी पूजा की जाती है। इतना ही नहीं इस प्रथा का पालन करने के लिए कोई विरोध नहीं करता बल्कि लोग खुशी-खुशी अपनी बेटियों को शामिल करते हैं।
लोगों का यह मानना है कि अगर उनकी बेटी इस प्रथा का हिस्सा बनती है, तो वह बहुत भाग्यशाली हैं। यही कारण है कि इस प्रथा के लिए आस-पास के 60 गांवों के लोग अपनी बेटी के साथ हिस्सा लेने के लिए आते हैं। अगली स्लाइड में जानिए कौन सी ऐसी जगह है, जहां ऐसी प्रथा होती है...
यह है पूरा मामला
तमिलनाडु के मैदूर जिले में स्थित यें जाइकाथा अम्मान मंदिर में 7 लड़कियों को देवी के रूप में रखा जाता है। इन 7 लड़कियों का चयन कई गांव से आई लड़कियों में से किया जाता है। इसके लिए निर्धारित दिन पर मंदिर के सामने परेड होती है और उसके बाद पुरुष पंडित लड़कियों का चयन करता है।
मां-बाप भी नहीं मिलते
चुनी गई लड़कियां 15 दिनों तक मंदिर में ही रहती हैं। इस दौरान उन्हें कमर के ऊपर कुछ पहनने नहीं दिया जाता। उनके तन पर सिर्फ फूल-माला और गहने रहते हैं। इन 15 दिनों में लड़की के पास उनके मां-बाप को भी जाने की अनुमति नहीं मिलती। इतने दिनों तक पंडित ही लड़कियों की देखरेख करता है।