टेक्सास में रहने वाले एक पिता ने महसूस किया कि वहां कोई थीम पार्क नहीं है जहां उनकी विकलांग बेटी खेल सके। इसलिए उन्होंने एक पार्क बनाने का फैसला लिया। गोर्डन हर्टमैन अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए हुए थे। जहां एक स्विमिंग पूल पर नहाते वक़्त उन्होंने देखा कि उनकी 12 साल की बेटी मॉर्गन के साथ दूसरे बच्चे खेल नहीं रहे। उनकी बेटी बच्चों के साथ खेलने पहुंची तो वे सभी तुरंत पूल से निकलकर दूसरी ओर चले गए। हर्टमैन ने सोचा कि बच्चे इसलिए उनकी बेटी से दूर चले गए क्योंकि उन्हें पता ही नहीं है कि किसी विकलांग से कैसे व्यवहार करते हैं। मॉर्गन में खुद में खोए रहने यानी ऑटिज्म की बीमारी है और उनकी समझ पांच साल के बच्चे के बराबर है। हर्टमैन कहते हैं, मॉर्गन एक अनोखी युवा महिला हैं।
जब भी आप उनसे मिलेंगे आप मुस्कुरा देंगे और वह आपको गले लगाएंगी। लेकिन ऐसा कई बार हुआ है जब उन्हें कई जगहों पर नहीं ले जा सके। हर्टमैन और उनकी पत्नी मैगी दूसरे माता-पिता से ये सवाल पूछते हैं कि वे अपनी बेटी को कहां ले जा सकते हैं। जहां वह बेहतर महसूस करें और दूसरे लोग भी उनसे बात करके अच्छा महसूस करें। उन्होंने कहा, हमें पता चला कि ऐसी कोई जगह है ही नहीं। इसलिए 2007 में उन्होंने खुद ऐसी जगह बनाने का फैसला लिया। पूर्व प्रॉपर्टी डेवलपर हर्टमैन ने अपने होमबिल्डिंग बिजनेस को 2005 में बेच दिया ताकि वह गोर्डन हर्टमैन फैमिली फाउंडेशन को बना सकें। यह एक नॉन-प्रॉफिट आॅगेर्नाइजेशन है जो विकलांग लोगों की मदद करता है। इसके बाद उन्होंने दुनिया का पहला अल्ट्रा थीम पार्क बनाया।
हर्टमैन ने कहा, ''हम ऐसा थीम पार्क बनाना चाहते थे जहां कोई भी कुछ भी कर सके। जहां विकलांग और सामान्य दोनों तरह के लोग खेल सकें। उन्होंने डॉक्टरों, थेरपिस्ट, परिजनों और दूसरे लोग जो विकलांग थे, उनसे संपर्क किया और सुविधाओं को लेकर बातचीत की। यह पार्क टेक्सास के सैन एटॉनियो में 25 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। 2010 में खोले गए थीम पार्क मॉर्गन्स वंडरलैंड की कीमत 34 मिलियन डॉलर (करीब 2.16 अरब रुपए) है। यहां फेरिस व्हील, अडवेंचर प्लेग्राउंड और मिनिएचर ट्रेन की सुविधा भी है। वहां आने वाले लोग उन्हें लगातार बताते हैं कि ऐसा पहली बार है जब उन्हें इस तरह का अनुभव हो रहा है। थीम पार्क में एक खास तरह का झूला भी है जो रथ की तरह बनाया गया है। जिनमें अलग-अलग जानवर भी बने हैं।
हालांकि हर्टमैन बताते हैं कि मॉर्गन शुरूआत में झूले पर बैठने से डरती थीं। जब हमने थीम पार्क खोला तो वह इस पर आने में भी डरती थी। उसे यह समझ नहीं आता था कि आस-पास ये सब चीजें क्यों हो रही हैं और जानवर ऊपर-नीचे कैसे आ-जा रहे हैं।
तीन साल पहले मॉर्गन ने झूले के पास जाना शुरू किया। पहले वह इसके पास खड़ी होती थीं फिर धीरे-धीरे हमने उन्हें जानवरों पर बैठाना शुरू किया लेकिन झूले को चलाते नहीं थे। यह धीमी प्रक्रिया थी लेकिन अब वह इसे काफी पसंद करती हैं। मॉर्गन्स वंडरलैंड में शुरूआत से ही 67 देशों और अमरीका के सभी 50 राज्यों से करीब 10 लाख ज़्यादा पर्यटक आते हैं। यहां एक तिहाई स्टाफ में विकलांगों को जगह दी गई है और सभी मेहमानों को शर्त के साथ मुफ़्त प्रवेश मिलता है। हर्टमैन के अनुसार मुझे महसूस हुआ कि मॉर्गन उन भाग्यशाली लोगों में से एक हैं जिन्हें हर वो चीज मिली जो वह चाहती थीं। मैं नहीं चाहता था कि किसी भी विकलांग व्यक्ति के लिए कीमतें बाधा बन जाएं। हर साल उन्हें एक मिलियन डॉलर (लगभग 6.3 करोड़ रुपये) से ज़्यादा का नुकसान होता है और इससे उबरने के लिए वे लोगों से फंड जुटाते है और पार्टनर भी बना रहे हैं। इस साल थीम पार्क में मॉर्गन्स इंसपिरेशन आईलैंड नाम से एक वाटर पार्क भी शुरू किया गया है।