नईदिल्ली। आपने कभी शहर में अकेले रहने के बारे में सोचा हैं शायद आपने कभी नहीं सोचा होगा, पर आज हम आपको कुछ ऐसे शहर के बारे में बताएंगे जहां की पॉपुलेशन सिर्फ 1 है। आखिर किस कारण से वहां व्यक्ति ने अकेले रहने का निर्णय लिया। हम आपकों सबसे पहले जापान के तोमिओका शहर के बारे में बताते है।
तोमिओका (जापान)
2010 तक इस जापानी शहर की आबादी करीब 15 हजार थी, फिर 2011 में सुनामी आई और फुकुशिमा दाइची न्यूक्लियर प्लान्ट से रिसाव होने लगा, इसके चलते रेडिएशन फैला जिसकी जद में तोमिओका भी था। रेडिएशन के डर से सारे लोग यहां से भाग गए। सिर्फ 58 साल के नाओतो मत्सुमुरा रह गए। उन्होंने जाने से इनकार कर दिया, क्योंकि वे शहर में छूट गए जानवरों के लिए खाने का इंतजाम करना चाहते थे।
मोनोवी, (अमेरिका)
मोनोवी में सन् 1902 में बनने वाली बिल्डिंग एक पोस्ट ऑफिस की थी। इसके बाद यह पोस्ट ऑफिस 1967 में बंद हो गया था। लोग अच्छी नौकरी की तलाश में यह की जगह छोड़कर जाने लगे, इसके बाद यहां केवल एक कपल रह गया, लेकिन 2004 में पति के मौत के बाद पत्नी ही यहां बची आपकों बता दें कि वह महिला यहां की मेयर भी है।
विला इपेक्युएन, (अर्जेंटीना)
अर्जेंटीना में यह शहर 1920 के दौर में बसा था। यह राजधानी ब्यूनस आयर्स जाने वालों के लिए रेस्ट का ठिकाना हुआ करता था। फिर 1985 में आई भीषण बाढ़ में यह पूरी तरह तबाह हो गया। सारे लोग शहर छोड़कर चले गए। इसके बाद 2009 में पाब्लो नोवाक नाम का एक शख्स यहां रहने के लिए आया उसका जन्म 1930 में इसी शहर में हुआ था। वह यहां अपने घर को फिर से आबाद करने लौटा था। उसकी स्टोरी पर 2013 में पाब्लोज विला नामक डॉक्युमेंट्री भी बनाई गई थी।
बोनांजा, कोलोराडो (अमेरिका)
आपको बता दें कि यहां चांदी की खदानें पाई गई थीं। जिसके बाद 1880 में यह शहर आबाद हुआ था। उस दौर में यहां डेढ़ हजार लोग रहते थे। फिर धीरे-धीरे चांदी का उत्खनन कम होता गया और लोग शहर छोड़कर जाते रहे। सन् 2010 में यहां महज 16 लोग थे। फिर बुजुर्गों की मौत और युवाओं के चले जाने के कारण समय-समय पर इसकी आबादी 1 बची।
ब्यूफोर्ड, व्योमिंग (अमेरिका)
2013 में सरकार ने यह शहर एक वियतनामी को बेच दिया था, जिसके बाद इसका नाम बदलकर फिलडेली टाउन ब्यूफोर्ड कर दिया गया था। 1886 में इस शहर को रेलवे लाइन बिछाने वाने मजदूरों के आराम स्थल के रूप में बसाया गया था। उस समय यहां 2000 के करीब लोग रहते थे। फिर धीरे-धीरे लोग शहर छोड़कर जाने लगे। फिलहाल इस शहर का ओनर खुद यहां नहीं रहता। यहां के एकमात्र निवासी हैं, वे 1980 में यहां आकर बसे थे। 1995 में उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई और 2007 में उनका बेटा दूसरे शहर चला गया। इस तरह डॉन इस शहर में अकेले रह गए।
कास, (न्यूजीलैंड)
1910 में इस शहर की स्थापना के समय लगभग 800 लोग रहते थे। फिलहाल यहां 5 घर बचे हैं, लेकिन रहने वाला सिर्फ एक व्यक्ति है। जिसका का नाम है बैरी ड्रमांड वे कीवी-रेलवे के कर्मचारी हैं। उनके जिम्मे में रेलवे के कास सेक्शन की देखरेख की जिम्मेदारी है, जो वे पिछले 30 साल से निभा रहे हैं।