जन्म लेने के साथ ही उसने गिनीज वर्ल्ड रेकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया था क्योंकि उसका वजन 7.8 किलोग्राम और कद 63 सेमी था। और अब आठ साल की उम्र में पहुंचने पर मेरठ के करणसिंह ने अपनी उम्र वर्ग में दुनिया के सर्वाधिक ऊंचाई वाले बालक के रूप में रिकॉर्ड कायम किया है। करण का कद इस वक्त 6 फीट 6 इंच है। करण को अपने शरीर की यह लंबाई मां श्वेतलाना से विरसे में मिली है। श्वेतलाना को भी भारत की सबसे ऊंची लंबाई वाली महिला का खिताब मिला हुआ है। उनकी लंबाई 7 फीट 2 इंच है। अपने मां-बाप को गौरवान्वित करने के लिए करण एक बास्केटबॉल खिलाड़ी और डॉक्टर बनना चाहता है। अपने कद को लेकर करण खुश है और कहता है अपने दोस्तों के बीच मैं सबसे लंबा हूं। करण की मां एक बास्केटबॉल खिलाड़ी थीं और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की कई स्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व उन्होंने किया है। श्वेतलाना का कहना है अच्छी हाइट के कारण खेल में मदद मिलती है।