मुंबई। यदि हौसला बुलंद हो तो कोई भी चीज कठिन नहीं होती इस कहावत को महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में रहने वाली एक 70 साल की वृद्ध महिला ने सही साबित किया है। अपने अधिकतर देखा होगा कि घर के बड़े बुजुर्ग घर में ही रहकर आराम फरमाते है लेकिन बुलढाणा जिले की रहने वाली 70 साल की रेखा जोगलेकर नानी और दादी की उमर की अकेले ही साइकिल से देश घूमने निकल पड़ी है।
अब अमरनाथ जाने का लक्ष्य
पिछले 3 साल से रेखा साइकिल से देश घूम रही है। अब तक वह लगभग 4000 किलोमीटर तक यात्रा कर चुकी है। इस साल उनका लक्ष्य अमरनाथ तक साइकिल से अकेले जाना है। किसी भी महिला के लिए ऐसे अकेले और अपने घर परिवार को छोड़कर सफर करना आसान नही होता है पर रेखा ने जो अकेले ही सफर करने का साहसी काम किया है उससे आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।
उम्र है पचपन की, लेकिन दिल है बचपन का
बता दें कि रेखा पड़ी लिखी महिला है उन्होंने MA और बीएड की पढ़ार्इ की है रेखा जिला परिषद में केंद्र प्रमुख रह चुकी है नौकरी से रिटायरमेन्ट के बाद उन्होंने कुछ अलग करने के इरादे से साइकिल से देश घूमने का प्लान बनाया। उनके इस जज्बे को देख कर यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘उम्र है पचपन की, लेकिन दिल है बचपन का।