बुधवार को जब भारत सहित कई मुल्कों में योग दिवस मनाया जा रहा था उसी वक्त अमेरिका के लॉस एंजिलिस शहर से योग को लेकर एक चौंकाने वाली खबर मिल रही थी। ‘योगा विद गोट्स’ या ‘बकरियों के साथ योग’। आपने सही पढ़ा है- बकरियों के साथ योग। अमेरिका में फिटनेस का यह नया क्रेज़ है। गोट योगा की मशहूर क्लासेस में शामिल होने के लिए युवाओं और अधिक उम्र वाले लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है, जहां प्रतिभागियों को हाथ जोड़कर नमस्ते कहना अनिवार्य है।
देश में यह नया वर्कआॅउट मकबूल हो रहा है जिसमें योग करते समय नाइजीरिया की बौनी प्रजाति की बकरियां योग करने वालों का सहयोग करती हैं। नन्हे आकार की यह बकरियां पश्चिमि अफ्रीकी मूल की हैं। योगी जब अपनी मुद्राओं में होते हैं तब यह बकरियां आसपास घूमती रहती हैं। इंतज़ार रहता है कब यह आपके ऊपर चढ़कर अपना संतुलन बनाने या फिर कुछ हरकत करने की शुरुआत करें। लॉस एंजिलिस के बाहर हाल ही में अपनी पहली दोपहर की ‘गोट योगा’ क्लास पूरी करने वाली 53 वर्षीय एडोना इब्राहिमी कहती हैं पहले मेरे मन में कुछ डर था।
मुझे मालूम नहीं था कि बकरियां मेरी पीठ पर चढ़ जाएंगी। एडोना जब अपनी चटाई पर कोब्रा की मुद्रा बनाने की कोशिश कर रही थीं तभी उनकी पीठ पर कुछ नन्ही बकरियां चढ़कर बैलेंस बनाने की कोशिश करने लगीं। वह कहती हैं नीले बादलों के तले सूरज के नीचे आप घास पर हैं, आपके आसपास वृक्ष हैं और इस मासूम जानवर की उष्मा आप महसूस करते हैं, यह बहुत ही सुकूनदायक, शांतिपूर्ण और अद्भुत अनुभव है। घास से ढंके इस बाढ़े में 20 लोगों, 15 बकरियों ने हिस्सा लिया। इनमें 11 बच्चे और और चार मम्मियां शामिल थीं।
योग प्रशिक्षक मेरिडिथ लाना प्रतिभागियों को सांस बाहर छोड़ने, अपनी नाभी को रीढ़ से चिपकाने की कोशिश करने, अपनी मुद्रा पर ध्यान देने के निर्देश देती रहती हैं उसी बीच बकरियों के मिमियाने की आवाजें गंूजती रहती हैं। वे योगियों की पीठ पर फुदकती रहती हैं, उनकी दाढ़ी या बालों को चबाने की कोशिश करती हैं और उनके चेहरे को चाटती हैं। कभी-कभी तो यह बकरियां प्रतिभागी की पीठ को ही दिशा-मैदान समझ बैठती हैं।
बेशकीमती थेरैपी
क्लास के बाद प्रशिक्षक लाना कहती हैं बकरियां बहुत ही स्नेहपूर्ण और मित्रवत हैं। वे आपके बाल चबाती हैं, आपकी चटाई पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा देतीं हैं मगर यह सबकुछ है बेहद मज़ेदार। इस तरीके से जो थेरैपी आप हासिल करते हैं वह बेशकीमती है, बहुमूल्य है। लाना कहती हैं वैज्ञानिक रूप से यह सिद्ध हो चुका है कि पालतु पशु के साथ खेलना तनाव को कम करता है और आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
बकरियों की मालिक डेनेट मकरेनॉल्ड्स बताती हैं उन्होंने अपनी 16 वर्षीय बेटी के लिए धन जमा करने के मकसद यह क्लास शुरू करने का फैसला किया। गर्मियों में विस्कॉन्सिन में होने वाले फॉर्म शो में इन बकरियों को प्रदर्शित करने की उनकी योजना है। बकरियों के सान्निध्य में लोगों का तनाव दूर होता है वह बकरियों को दुलारते हैं और उन्हें योग के लाभों के साथ मानसिक शांति प्राप्त होती है। इन हानिरहित पशुओं के साथ बेतहाशा खुशी मिलती है और कुंठाओं से मुक्ति । इसका सबूत है दिन-ब-दिन बड़ रही प्रतिभागियों की तादाद।