सीतामढ़ी। हर लड़की की शादी को लेकर कई ख्वाब होते है लेकिन जब तस्वीर किसी की दिखाई जाए और घोड़ी पर बैठकर कोई और आ जाए तो मासूम से ख्वाबों को बड़ी ठेस पहुंचती है। ऐसा ही कुछ वाकया बिहार के सीतामढ़ी जिले के कोहरबवा गांव में सामने आया है।
गांव की एक युवती सारे साजो श्रृंगार के साथ अपने दूल्हे का इंतजार कर रही थी। लेकिन बारात आने पर जब खिड़की से दुल्हन ने दूल्हे को देखा तो चीख पड़ी और बोली कि, यह तो कोई डुप्लीकेट दूल्हा है, मैं इससे कभी शादी नही करूंगी। परिवार वालों ने दूल्ह देखकर वधू की शिकायत को सही पाया औेर दूल्हे समेत पूरी बारात को बंधक बना लिया।
जानकारी के अनुसार कोहबरवा गांव की युवती की शादी मुजफ्फरपुर जिले के गोलगामा गांव निवासी स्वर्गीय युगल साह के पुत्र मुकेश कुमार से तय हुई थी। रविवार की रात बारात आई। बारात दरवाजे पर पहुंची। खिड़की से दुल्हन ने देखा तो होश उड़ गए। उसने भाभी से कहा कि दूल्हा बदला है। जिसकी तस्वीर दिखाई गई थी, वह लड़का नहीं है। दुल्हन के भाई ने भी दूल्हे को देखा तो बहन की शिकायत को सही पाया गया। गांव में बात फैल गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने बारातियों को बंधक बना लिया।
हलवार्इ नही, यादव के लड़के की बारात है
बारातियों ने बताया कि हम लोग हलवाई नहीं, यादव के लड़के की शादी में आए हैं। यह सुनकर लोग सन्न रह गए। बताया गया कि दुल्हन का चचेरा भाई विकास साह एवं दूल्हे का भाई सुरेश राय पटना में किसी मिठाई की दुकान में नौकरी करते हैं।
दोनों की मध्यस्थता से शादी तय हुई। लड़की पक्ष को लड़के की तस्वीर दिखाई गई। लड़की के भाई ने हामी भर दी। दोनों पक्षों ने गांव में शादी का कार्ड बांटा। वर पक्ष ने वधू के पिता का नाम स्वर्गीय... साह के बदले ... राय छपवाया। जबकि वधू पक्ष के कार्ड पर वर के पिता का नाम स्वर्गीय युगल राय के बदले युगल साह लिखवाया।
पंचायत ने करवाई सुलह
सोमवार सुबह मुखिया ललित नारायण पंडित के नेतृत्व में पंचायत हुई। पंचायत में दूल्हे ने बताया कि वह चेन्नई में काम करता है। उसने अपने भाई के पास अपनी तस्वीर भेजी थी लेकिन भाई ने किसी दूसरे की तस्वीर वधू पक्ष को दी।जाति बदलने की भी जानकारी नहीं थी। वर पक्ष ने दुल्हन के परिजन को खर्च का भुगतान किया। बहरहाल एक लाख रुपए देने के बाद दूल्हा एवं बरातियों को मुक्त कर दिया गया।