मुंबई। आईपीएल के दौरान वोडाफोन का नया विज्ञापन वाइरल हो चुका है। पैरासैलिंग, बाइकिंग और पार्टी करते हुए गोवा में मस्ती उड़ा रहा वोडाफोन 4जी कैंपेन का ब्रांड एम्बैसडर बुजुर्ग कपल जिज्ञासा का विषय है। जैसे ही इस विज्ञापन के होर्डिंग्ज़ शहरों में लगे, इन मॉडल्स के परिचितों के फोन और मेल देश-विदेश से आ रहे हैं। सभी का कहना है -आप दोनों कितने क्यूट और नैचरल लग रहे हैं।
आाखिर ने नए मॉडल हैं कौन। सभी उनके बारे में जानना चाहते हैं। दरअसल यह दंपति इस विज्ञापन में आने के पहले से ही सेलिब्रिटी हैं। इंटरनेट पर इन दिनों जिस कपल की तारीफों का दौर चल रहा है वे हैं चेन्नई से ख्यात भरतनाट्यम कलाकार वीपी धनंजयन और उनकी पत्नी शांता धनंजयन। कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दोनों ही को 2009 में पद्मभूषण सम्मान से नवाजा जा चुका है। संभवत: देश में बना ये पहला ऐसा विज्ञापन है, जिसमें पद्म पुरस्कारों से सम्मानित दो शख्सियत एक साथ काम कर रही हैं।
धनंजयन और शांता ने तमिलनाडु के प्रतिष्ठित संस्थान कलाक्षेत्र से लगभग 40 साल पहले रुखसत होकर अपना खुद का नृत्य प्रशिक्षण केंद्र भारत कलांजलि स्थापित किया। आज कलांजलि अपने आप में उच्च प्रतिष्ठा प्राप्त संस्थान है। शिष्यों द्वारा इन्हें सम्मान व प्रेम से अन्ना और अक्का पुकारा जाता है। हालांकि धनंजयन के बेटे संजय शीर्षस्थ विज्ञापन कंपनी ओगिल्वी के साथ न्यूयॉर्क में काम करते हैं मगर उन्हें माता-पिता के मॉडलिंग की कोई भनक नहीं थी।
विज्ञापन के डायरेक्टर प्रकाश वर्मा के अनपेक्षित फोन कॉल के बाद शांता और उनके पति वीपी धनंजयन अगली सुबह गोवा की फ्लाइट पर सवार थे। शांता को पैरासैल करने का तरीका सिखाने से लेकर गोवा के सुंदर बीच पर पर्यटकों के साथ मौज तक, इस विज्ञापन को देखते हुए दो नाट्याचार्य हमें ऐसे कारनामे करते नजर आते हैं जो असल जिंदगी में इससे से पहले उन्होंने कभी सोचे भी नहीं होंगे। धनंजयन कहते हैं MakeMostofNow हैशटैग वाले विज्ञापन के लिए ऐसे कई काम करने पड़े जो उन्होंने पहले कभी नहीं किए।
निर्वाणा फिल्म का क्रू दरअसल हर बात के लिए हमारी हां से हैरान था। शूटिंग से एक दिन पहले मुझे बताया गया कि मुझे स्कूटर राइड करना होगी। इससे पहले मैंने कभी स्कूटर नहीं चलाया था। मगर कुछ घंटों की ट्रेनिंग और नसीब से एक ‘बॉडी डबल’ मिल जाने के कारण यह सीन बिना किसी झंझट के शूट हो गया। मगर एक बोट पर डांस करना वाकई चुनौतीपूर्ण था।
धनंनजयन बताते हैं इससे पहले हमने कुछ विज्ञापन किए जरूर हैं मगर वोडाफोन सीरीज एक अद्भुत अनुभव रहा। छह दिन की शूटिंग में धनंजयन दंपति ने भरपूर पेशेवराना रवैये और दक्षता का परिचय दिया। शांता कहती हैं, पूरी टीम और प्रोजेक्ट के साथ हम पूरी तरह सहज थे और सारा काम बहुत ही डिग्निफाइड रूप से अंजाम दिया गया। पूरे क्रू ने हमें बहुत प्यार और सम्मान दिया। शूट के हर पल को हमने बेहद एंजॉय किया। वे कहती हैं, आॅन और आॅफ स्क्रीन हमारा जो कम्फर्ट था शायद उससे इस फिल्म के निर्माण में लाभ मिला है।
धनंजयन कहते हैं उन्हें एक असली दंपति चाहिए थे, अभिनेताओं की जोड़ी नहीं। हमारे लिए उनकी की मांग की पूर्ति आसान थी, और इस तरह लंबे समय से विलंबित हमारी गोवा ट्रिप भी पूरी हो गई। शांता कहती हैं हम तकरीबन सारी दुनिया घूम चुके हैं मगर अभी तक गोवा नहीं देखा था। उम्र के 80वें लपेटे में पहुंच रहे इस दंपति का कहना है आपको कुछ नया करना है तो कभी भी बहुत ज्यादा देर नहीं हुई होती।