अक्सर कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए अनूठे कदम उठाती रहती हैं लेकिन स्वीडन की एक स्टार्टअप कंपनी अपने कर्मचारियों की त्वचा के नीचे माइक्रोचिप इंप्लांट कर रही है। यह माइक्रोचिप चावल के दाने के बराबर की है और स्वाइप कार्ड का काम करती है।
कंपनी का कहना है कि इस माइक्रोचिप के बाद कर्मचारियों को दरवाजे खोलने, प्रिंटर का इस्तेमाल करने या हाजिरी लगाने के लिए कार्ड की जरूरत नहीं होगी।
स्वीडिश कंपनी एपिसेंटर माइक्रोचिप लगवाने वाले कर्मचारियों के लिए पार्टी का आयोजन भी करती है। एपिसेंटर के सीईओ पैट्रिक मेस्टरटन का कहना है, ‘मेरे ख्याल से इसका सबसे बड़ा लाभ सुगमता है।
मूल रूप से यह आपके लिए बहुत से कामों को आसान कर देगी जिससे आपको चाभियों, क्रेडिट कार्ड या अन्य संचार उपकरणों को साथ रखने की कोई जरूरत नहीं होगी।’
उन्होंने कहा कि हालांकि पहले कर्मचारी माइक्रोचिप को लगाने में हिचकिचा रहे थे लेकिन अब इसकी सुविधाओं को देखकर वह लोग इसे लगाने को तैयार हो रहे हैं।
हालांकि इस तरह की तकनीक कोई नई नहीं है। ऐसी चिप का इस्तेमाल पालतू जानवरों के लिए वर्चुअल कॉलर के रूप में होता रहा है। इसके अलावा कंपनियां डिलिवरी को ट्रैक करने के लिए भी ऐसी तकनीकों का इस्तेमाल करती हैं।
बस अभी अंतर इतना है कि ऐसी किसी तकनीक का इस्तेमाल अभी तक किसी कंपनी के द्वारा कर्मचारियों पर नहीं किया गया था। कंपनी अभी यह माइक्रोचिप अपने कर्मचारियों को मुफ्त उपलब्ध करा रही हैं।
दूसरी तरफ, कुछ लोग इस तकनीक की आलोचना भी कर रहे हैं क्योंकि इससे निजता का हनन हो सकता है। इन लोगों का कहना है कि ऐसी चिप इंप्लांट कराने के बाद कंपनी को आपके आने-जाने, काम करने के घंटों के साथ-साथ यह जानकारी भी होगी कि आपने कहां से क्या खरीदा और आप कहां-कहां गए।