क्यूबा में एक ऐसी वाइनरी है जहां शराब तैयार करने के लिए कॉन्डोम का इस्तेमाल किया जाता है। 'अल कनैल' वाइनहाउस के संचालक ओरिस्तिस एह्तेविस का कहना है कि जब तक जार के ऊपर कॉन्डोम फूला रहता है, मतलब है कि वाइन तैयार हो रही है। जब नीचे गिर जाता है तो हम समझते हैं कि प्रक्रिया पूरी हो गई।
फलों में खमीर उठाने के लिए गैलन में अंगूर, अदरक और गुड़हल के फूल भरकर हर जग के ऊपर एक कॉन्डम लगा दिया जाता है। अमेरिका द्वारा लगाए गए व्यापारिक प्रतिबंध के कारण यहां कई तरह के उत्पादों की भारी कमी है।
इससे निपटने के लिए लोग अपने पास मौजूद चीजों को अनेकों तरीके से इस्तेमाल करते हैं। कॉन्डम भी ऐसे ही उत्पादों में है। यहां लोग कई तरीके से इसका इस्तेमाल करते हैं। कई बार मछुआरे मछली पकड़ने में सहूलियत के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं।
यह बेहद खास तरीका रम के लिए दुनिया भर में मशहूर क्यूबा के 'अल कनैल' वाइनहाउस में वाइन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अल कनैल की शुरुआत बहुत मामूली थी, लेकिन अब यह एक बड़े कारोबार में तब्दील हो चुका है। यहां सालाना हजारों गैलन वाइन का उत्पादन होता है।
अमरूद, जलकुंभी और चुकंदर के स्वाद वाले यहां के वाइन काफी पसंद किए जाते हैं। यहां वाइन बनाने का काम पिछले कई दशकों से किया जा रहा है।
इसके मालिक का नाम ओरिस्तिस एह्तेविस जिनकी उम्र 65 साल के हैं। पहले ओरिस्तिस एक सुरक्षा एजेंसी से जुड़े हुए थे लेकिन नौकरी के बाद में उन्होंने वाइन बनाने का काम शुरू किया।
साल 2000 में उन्होंने एक छोटी सी वाइनरी शुरू की। और अपनी पत्नी, बेटे और एक सहायक के साथ मिलकर वाइन बनाते हैं। इनके यहां उष्कटिबंधीय इलाकों में उगने वाले कई फलों और सब्जियों के फ्लेवर वाली वाइन तैयार होती है। एह्तेविस के वाइन में सबसे मुख्य सामग्री अंगूर है।