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तिब्बती लामा ने संन्यासी जीवन छोड़ बचपन की दोस्त से रचाया विवाह

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Mar 31 2017 10:28AM | Updated Date: Mar 31 2017 10:28AM
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नई दिल्ली। तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दाए दोर्जे (33) ने संन्यासी जीवन छोड़कर अपनी बचपन की दोस्त रिंचेन यांगजोम (36) से शादी कर ली है। दोर्जे करमापा के ओहदे के लिए काफी विवादों में रहे हैं। गौरतलब है कि दोर्जे के अलावा उग्येन त्रिनले दोरजी को भी करमापा का पद मिला है। दाए दोर्जे तिब्बती बौद्ध धर्म चार शाखाओं में से एक के मुखिया हैं।
 
दोर्जे के आॅफिस से गुरुवार को उनके विवाह का बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि दोर्जे ने 25 मार्च को नई दिल्ली में एक प्राइवेट सेरेमनी में शादी कर ली है। साथ ही करमापा का पद छोड़ दिया है। दाए दोर्जे के हवाले से बयान में कहा गया है कि शादी करने के मेरे फैसले का बौद्ध परंपरा पर भी सकारात्मक असर होगा। 
 
रिंचेन यांगजोम से की है शादी
दोर्जे की पत्नी रिंचेन यांगजोम का जन्म भूटान में हुआ था, जबकि शिक्षा भारत और यूरोप में हुई। दोर्जे का जन्म तिब्बत में हुआ था। उनके पिता भी बड़े लामा थे। उनकी मां तिब्बत के बड़े बौद्ध घराने से थीं।  दोर्जे की बायोग्राफी के मुताबिक, वो जब सिर्फ डेढ़ साल के थे तभी उन्होंने लोगों से कहना शुरू कर दिया था कि वो करमापा हैं। 
 
ये है करमापा का विवाद
तिब्बती बौद्ध धर्म में दलाई लामा के बाद करमापा दूसरा सबसे बड़ा पद है, लेकिन वर्तमान में इस पद पर दो लोग हैं। दाए दोर्जे और उग्येन त्रिनले दोरजी। त्रिनले को दलाई लामा के साथ ही चीन ने भी मान्यता दी है। तिब्बती बौद्ध करमापा के मुद्दे पर बंटे हुए है।
 
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