बेंगलुरु। पिछले महीने इंडिया में आए जर्मन डेलीगेट्स ने एक शाही नई मर्सिडिज मायबक एस 600 को किराए पर लिया था। इस कार की कीमत 3.2 करोड़ है और यह भारत में उपलब्ध नहीं है। इस कार को कुछ समय पहले जर्मनी से इंपोर्ट किया गया है लेकिन ताज्जुब की बात तो यह है कि इस कार के मालिक कोई धन्ना सेठ नहीं बल्कि एक नाई है। यह कार बेंगलुरु के मशहूर नाई रमेश बाबू की है जो 75 रुपए में लोगों के बाल काटते हैं और लक्जरी कारों के शौकीन हैं। पिछले महीने ही रमेश ने नई मर्सिडिज मायबक इंपोर्ट कराई थी।
बैंक से लिया लोन: 45 साल के रमेश ने पिछले साल खुद के पैसों से मर्सिडीज मेबैच खरीदी थी। इसके लिए उन्होंने बैंक से लोन भी लिया था। सैलून से उनकी आय बहुत ज्यादा नहीं है। लेकिन रमेश के बहुत सारे अमीर क्लाइंट हैं और वह लग्जरी कारों को किराए पर भी देते हैं। बता दें कि बिजनेसमैन विजय माल्या के पास भी गोल्डन कलर में यही कार है, लेकिन उसे कभी बेंगलुरु में देखा नहीं गया। कुछ लोगों का कहना है कि उसे बेच दिया गया है, जबकि और लोग कहते हैं कि वह यूबी सिटी में खड़ी है। रमेश कहते हैं कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं शहर में विजय माल्या और एक बिल्डर के बाद एेसा शख्स हूं, जिसके पास यह कार है। वह कहते हैं कि भगवान मेरे साथ है और यहां तक पहुंचने के लिए मैंने बहुत मेहनत की है। मेरा सपना है कि मैं सारी लग्जरी कार खरीदूं।
जड़ों को नहीं भूले: रमेश कहते हैं कि उन्हें पता कि यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कितना दर्द झेला है। उन्हें याद है कि किस तरह पिता की मौत के बाद उनकी मां ने उन्हें पाला, इसलिए मैं सैलून में काम करता रहूंगा। इसी पेशे के कारण ही मुझे यह सब मिला है। मैं जल्द ही कुछ और कार खरीदूंगा।
रोल्स रॉयस खरीदने के बाद सुर्खियों में आये
रमेश ने कहा कि यह गर्व की बात है कि माल्या और एक बिल्डर के बाद शहर में केवल मेरे पास यह शानदार कार है। मैं चाहता हूं कि मैं दुनिया की हर लक्जरी कार का मालिक बन जाऊं। रमेश बाबू ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि मैं भूल जाऊं कि मैं कहा से आया हूं। मेरी मां ने मेरे पिता की मौत के बाद बेहद गरीबी में पाला है। इसलिए मैं अभी भी अपने सलून में काम करता हूं। 2011 रोल्स रॉयस खरीदने के बाद वो सुर्खियों में आगये थे। उन्हें कई मैग्जीन ने अपने फ्रंट पेज पर जगह दी थी।
इतनी कारों के मालिक हैं रमेश बाबू
रमेश ने नई मर्सिडिज मायबक जनवरी में इंपोर्ट कराई थी। बेंगलुरु में विजय माल्या और एक बिल्डर के अलावा केवल रमेश बाबू के पास यह कार है। रमेश बाबू के पास इस कार के अलावा एक रोल्स रॉयस, 11 मर्सिडिज, 3 ऑडी और 2 जैगुआर शामिल हैं। रमेश टूर ऐंड ट्रैवल्स के मालिक रमेश अपने सलून में रोजाना 5 घंटे काम करते हैं। रमेश ने इन कारों के लिए भारी-भरकम बैंक लोन लिया है। उन्होंने शहर में कई रईस लोगों को अपना ग्राहक बना लिया है जिसके कारण उनका काम अच्छा चल रहा है। जो 150 कारें होने के बाद भी 75 रुपए में लोगों के बाल काटते हैं। इन्हें लक्जरी कारों का शौक है।