लंदन। हम जिनसे प्यार करते हैं उनकी आवाज कुछ घंटे भी कानों में नहीं सुनाई पड़े तो बेचैन हो उठते हैं। ऐसे में जरा उस दंपति के बारे में सोचिए जो एक ही घर में 12 साल से साथ रह रहे हों, लेकिन उन्होंने कभी एक-दूसरे की आवाज नहीं सुनी हो, जबकि दोनों एक-दूसरे को बेइंतेहा मोहब्बत भी करते हों।
जरा उस भावुक पल की कल्पना कीजिए जब 12 साल बाद उस जोड़े ने पहली बार आपस में बातचीत की हो। ये माजरा इंग्लैंड के सॅलिसबरी में देखने को मिला, जहां पति नील और पत्नी हेलेन रॉबिंसन ने शादी के 12 साल बाद एक-दूसरे की आवाज सुनी। कैमरे में कैद हुआ यह पल किसी को भी भावुक करने के लिए काफी था।
साइन लैंग्वेज में करते थे आपस में बात
नील और उनकी पत्नी हेलेन बधिर हैं। दोनों बोल तो सकते हैं, लेकिन सुन नहीं सकते। यही कारण था कि एक ही घर में रहने के बावजूद उनके बीच कभी बात नहीं हुई। दोनों मूक-बधिरों की भाषा (साइन लैंग्वेज) में एक-दूसरे तक अपनी भावनाओं को पहुंचाते रहे। वर्षों से दोनों की तमन्ना थी कि वे एक-दूसरे की आवाज सुन सकें। इसके लिए वे साउथेम्प्टन आॅडियोलॉजी प्रत्यारोपण विश्वविद्यालय (यूएसएआईएस) पहुंचे। यहां के डॉक्टरों ने कॉक्लीअर इप्लांट के जरिए पति-पत्नी को एक-दूसरे की आवाज सुनने का मौका दिया।
एक-दूसरे को सुनकर भावुक हो गए दोनों
पहली बार एक-दूसरे की आवाज सुनकर नील और हेलेन काफी भावुक हो गए। फिर पति नील ने मजाकिया अंदाज में कहा- मुझे अपनी बीवी हेलन की आवाज पसंद नहीं आई। 50 वर्षीय नील ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि अब सड़क पर तेज रफ्तार कार की आवाज सुनकर किसी को दुर्घटना से बचा पाएंगे।
54 वर्षीय हेलन पिछले दो साल से नील से कान की सर्जरी कराने के लिए कह रही थीं। सबसे पहले दोनों हेम्पशर के इएनटी के सर्जन डॉक्टर टिम मिचेल से मिले थे, जिनकी सलाह से वे साउथेम्प्टन आॅडियोलॉजी प्रत्यारोपण विश्वविद्यालय में पहुंचे। यहां सर्जरी के बाद दोनों एक-दूसरे की आवाज सुन सके।