भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गणतंत्र दिवस के दिन एक महिला ने साढे पांच किलो के एक शिशु को जन्म दिया है। राजधानी के एक निजी अस्पताल 'हजेला अस्पताल' में जन्मा ये बच्चा प्रदेश के इतिहास में अब तक का सबसे वजनी नवजात शिशु बताया जा रहा है।
अस्पताल के संचालक डॉ अनूप हजेला ने यूनीवार्ता को बताया कि स्थानीय निवासी सोनिया गव्हाडे ने कल दोपहर लगभग 12 बजे सिजेरियन माध्यम से इस शिशु को जन्म दिया। जन्म के समय उसका वजन साढे पांच किलो था।
उन्होंने बताया कि जन्म के समय भी मां और बच्चा दोनों स्वस्थ थे और अब भी दोनों को कोई परेशानी नहीं है। आम तौर पर मां को शुगर संबंधित परेशानी होने के कारण शिशुओं का वजन ज्यादा होने की आशंका होती है, लेकिन सोनिया के मामले में ऐसा भी कुछ नहीं था।
सूत्रों के मुताबिक जन्म के पहले से बच्चे का वजन अधिक होने की आशंका के चलते चिकित्सक ने सिजेरियन तरीके से प्रसव का रास्ता चुना।
लगभग तीन से चार महीने के शिशु का वजन साढे पांच किलो के आसपास होता है। आमतौर पर जन्म के समय शिशु का वजन दो से साढे तीन किलो के बीच होता है।
इसके पहले कर्नाटक के हासन में एक महिला ने सिजेरियन माध्यम से 6.8 किलो के एक बच्चे को जन्म दिया था। उत्तरप्रदेश के इटावा में पिछले साल एक महिला ने सामान्य प्रसव से छह किलो के एक बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन जन्म के कुछ ही दिन बाद उसकी मौत हो गई थी।