बेंगलुरु। कर्नाटक के रायचूर में एक महिला द्वारा चार पैरों और दो लिंग वाले बच्चे को जन्म देने का मामला सामने आया है। बच्चे की नॉर्मल डिलिवरी हुई है और उसकी मां ने इसे भगवान का तोहफा करार दिया है।
पुलादिन्नी गांव की रहने वाली 23 साल की ललितम्मा और 26 साल के चेन्नाबस्वा के घर पैदा हुए इस बच्चे को शनिवार शाम बल्लारी के विजयनगर इंस्टिट्यूट अॉफ मेडिकल साइंसेज (वीआईएमएस) में लाया गया था। यहां उसे शिशु केंद्र में रखा गया था।
डॉक्टर वीरूपक्षा ने बताया कि यह बच्चा नॉर्मल डिलीवरी से हुआ है। यह बच्चा शनिवार को सुबह 4.23 पर पैदा हुआ। बच्चे के पैदा होने के बाद उसे वीआईएमएस अस्पताल में रेफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि मैंने रविवार को वीआईएमएस अस्पताल के सर्जन से बात कर ली थी और वहां बच्चें को ऑब्जर्वेशन में रखा है।
वीआईएमएस अस्पताल में बच्चे की देखभाल करने वाले डॉक्टर दिवाकर गड्डी ने बताया कि सर्जन डॉक्टरों की एक टीम बच्चे की देखभाल में लगी हुई है। यह हमारे ले काफी चुनौतीपूर्ण केस है।
नवजात बच्चे की मां ललितम्मा ने डॉक्टरों को कहा कि यह बच्चा भगवान का तोहफा है। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले उनका पहला बेटा हुआ था और वह बिल्कुल स्वस्थ है। ललितम्मा पहले नवजात की मां बच्चे को इलाज के लिए वीआईएमएस अपताल नहीं ले जाना चाहती थी लेकिन डॉक्टरों और अस्पताल के स्टॉफ के समझाने के बाद वह बेल्लारी ले जाने को राजी हो गई।