कानपुर। कानपुर के बिधनू कस्बा महिला को करीब 40 वर्ष पहले सांप ने काटा था। महिला की मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार करने के बाद गंगा नदी में उसको प्रवाहित भी कर दिया था। मामला कानपुर के बिधनू कस्बे का है।
यहां एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बाद से सिर्फ कस्बा नहीं जिले में खलबली मच गई है। यहां एक ऐसी महिला घर लौट कर आ गई है, जिसकी मौत करीब 40 वर्ष पहले सांप के काटने से हो गई थी और परिवार ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था।
दरअसल, जिस महिला को मृत मानकर लोगों ने गंगा में बहा दिया था, आज वह अपने घर वापस आ गई है। घरवाले अब बहुत खुश हैं और इसे चमत्कार मानकर ईश्वर को धन्यवाद कर रहे हैं। महिला को जीवित देखकर ग्रामीण भी हैरान हैं।
बिधूना गांव की रहने वाली महिला ने घर लौटने पर बताया कि सांप के काटने से उसकी मौत नहीं हुई थी बल्कि वह केवल बेहोश हो गई थी। कुछ मल्लाहों ने उसकी जान बचाई और नजदीक गांव के एक मंदिर में ले गए और उसे एक नई जिंदगी दी।
इस तरह कुछ सालों तक वह मंदिर में ही रही। कन्नौज के रहने वाले एक व्यक्ति उस मंदिर में आता-जाता रहता था। उसने विलाषा की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया। इसके बाद सालों तक दोनों साथ रहे। अब उस महिला की उम्र 82 साल है।
कैसे पहुंची गांव?
कन्नौज के जिस गांव में विलाषा रहती थी उस गांव की लड़की की शादी कानपुर के सरईय्या गांव में तय हुई। जब वह लड़की विलाषा से मिली तो विलाषा ने अपनी कहानी सुनाई। शादी के बाद उस लड़की ने अपने ससुराल में पूछताछ की तो बात सच निकली। विलाषा को जब इस बात का पता चला कि उसके बच्चे आज भी गांव में हैं तो वह अपने गांव जा पहुंची।