सूरत। गुजरात के शहर सूरत के हीरा व्यापारी शिवजी ढोलकिया ने दीवाली पर अपने कर्मचारियों को बोनस के रुप में 400 फ़्लैट और 1,260 कारें दी हैं। अरबपति हेने के बावजूद ढोलकिया ने अपने बेटे को पैसे की एहमियत समझाने के लिए शारीरिक परिश्रम करवाया था। कंपनी मकानों के लिए पांच साल तक प्रति माह पांच हजार रूपए की किश्त का भुगतान करेगी। इसके अतिरिक्त 56 अन्य कर्मियों को महंगे आभूषण बतौर बोनस दिए जाएंगे। समझा जाता है कि इस बार कर्मियों को मारूति अथवा निशान ब्रांड की कार दी जाएगी।
इस बार भी कुल मिलाकर करीब 51 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। कंपनी ने पिछली बार भी बोनस के तौर पर 491 फियेट कार और 200 मकान तथा आभूषण बांटे थे। इस पर करीब 50 करोड़ का खर्च आया था। अमरेली से 70 के दशक में सूरत आकर संघर्ष करने वाले ढोलकिया की कंपनी का अब 6 हजार करोड़ रूपए का कारोबार है। कंपनी ने सबसे पहले 2011 में सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले तीन कर्मियों को कार उपहार में देकर अपनी इस योजना की शुरूआत की थी।
इसके बाद 72 कर्मियों को कारें दी गई थीं। ढोलकिया अमरेली जिले के दुधला गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने चाचा से कर्ज पर पैसे लेकर हीरे का कारोबार शुरू किया था, जो अब काफी बड़ा हो चुका है।