जकार्ता। इंडोनेशिया के पश्चिम सुमात्रा का मिनांगकबाऊ समुदाय दुनिया का सबसे बड़ा मातृसत्तात्मक समाज है। यहां पुरूष शादी के बाद ससुराल रहने जाते है। पैतृक धन-संपत्ति मां से बेटियों को मिलती है और बच्चों को मां का नाम मिलता है। किसी भी प्रकार के निर्णयों में महिलाओं की अहम भूमिका होती है और परिवारिक विवादों का निपटारा भी महिलाएं करती है।
पुरूष कमाकर कर लाते है और धार्मिक व राजनीतिक मामले देखते है। यहां 12वीं सदी के मध्य में राजा-महाराजाओं की मौत के बाद उनके पीछे रह गई तीन रानियां और उनके तीन अल्पवयस्क पुत्र। तब बड़ी रानी ने सशान का जिम्मा लिया और इस तरह वहां महिलाओं के राज की शुरूआत हुई। फिलहाल इस समुदाय की आबादी करीब 90 लाख है।