हसन। कर्नाटक के हसन में जन्मी एक बच्ची के दुनिया के सबसे वजनी शिशु होने का दावा किया जा रहा है। सोमवार शाम को हसन के अस्पताल में 19 वर्षीय नंदिनी ने ऑपरेशन के बाद 6.8 किलोग्राम (15 पौंड) वजन की बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि नवजात का वजन छह माह के शिशु के बराबर है।
स्थानीय डॉक्टर वेंकटेश राजू ने कहा कि उन्होंने अपने 25 साल के करियर में इतना वजनी बच्चा नहीं देखा। नंदिनी की बच्ची ने 2014 में मैसाच्यूसेट्स में जन्मे 6.3 किलो के कैरिसा रुसैक को भी पीछे छोड़ दिया है। डॉक्टरों को बच्ची के वजन को देखते हुए डायबिटीज या थायरॉइड होने की आशंका थी। हालांकि उसकी खून की जांच में सब कुछ सामान्य रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की शारीरिक बनावट अपनी मां पर गई है। बच्ची की मां नंदिनी की लंबाई पांच फीट नौ इंच है और उसका वजन 94 किलो है। गौरतलब है कि यह बच्ची नंदिनी और उसके पति अरुण की पहली संतान है।
नवंबर 2015 में भारतीय महिला फिरदौस खातून ने 6.3 किलो से अधिक वजन के बच्चे को जन्म दिया था। दुनिया में अब तक के सबसे वजनी बच्चे का रिकॉर्ड कनाडा में 1879 में जन्मे 10.4 के बच्चे का है। हालांकि जन्म के 11 घंटे के बाद ही इस बच्चे की मौत हो गई थी। इसके बाद इटली में 1955 में जन्मे 10 किलो के स्वस्थ बच्चे के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज है।