पलक्कड। शहर के प्रतिष्ठित गर्वनमेंट विक्टोरिया कॉलेज के कुछ छात्रों के एक समूह ने अपनी प्राचार्य का अपमान करने के लिए सेवानिवृत्त होने पर उनके लिए बतौर उपहार एक प्रतीकात्मक ‘कब्र’ तैयार की। ये छात्र वामपंथी विचारधारा की तरफ झुकाव रखते हैं और छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन आॅफ इंडिया (एसएफआई) से जुड़े हैं।
यह संस्थान 127 साल पुराना है। प्राचार्य डॉ टी एन सरासू के शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने छात्रोें के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए। सरासू गत 31 मार्च को सेवानिवृत्त हुई थीं। प्राचार्य ने आरोप लगाया कि अखिल केरल सरकारी कॉलेज शिक्षक संघ के ‘कुछ सदस्यों’ के इशारे पर छात्रों ने यह काम किया और ये छात्र वामपंथी विचारधारा की तरफ झुकाव रखते हैं। उन्होंने पुलिस में दायर की गई अपनी शिकायत में कम से कम आठ छात्रों का नाम लिया है
जिन्होंने कॉलेज परिसर में एक ‘प्रतीकात्मक कब्र’ तैयार की और 31 मार्च को सुबह करीब सात बजे उसपर फूल और मालाएं चढ़ाईं। कुछ छात्रों ने प्राचार्य को घटना की जानकारी दी। सरासू ने कहा मैं उनकी प्राचार्य रही हूं और उनकी अनुचित मांगों को नहीं माना जो उनके आक्रोशित होने का कारण हो सकता है।
उन्होंने कहा मैंने ईमानदारी से अपना काम किया है। मेरे कार्र्यकाल में काफी अच्छे काम किए गए। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी एन शेषन, दिल्ली मेट्रो के पूर्व प्रमुख ई श्रीधरन, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ई एम एस नंबूदिरीपाद, लेखक एवं कार्टूनिस्ट ओ वी विजयन जैसी प्रतिष्ठित हस्तियां संस्थान के छात्र रह चुके हैं।