बीजिंग। उत्तरी पश्चिमी चीन में चीनी वैज्ञानिकों ने दो विशिष्ट रोबोट विकसित किए हैं जो मरूस्थलीकरण से जुड़ी बातों का पता लगाने के लिए रेत और धूल के स्तर के आंकड़े दर्ज करेंगे।
निंगशिया यूनिवर्सिटी के अनुसंधान दल के एक सदस्य यांग जेलिन ने आज बताया कि एक रोबोट छह पैरों वाला है और दूसरे रोबोट में पहिया लगा है। उनकी भार वहन क्षमता क्रमश: आठ किलोग्राम और 80 किलोग्राम है। ये रोबोट हवा की तीव्रता, वायु दबाव, नमी, रेत कंपन और हवा चलने से रेत में होने वाले क्षरण का आकलन कर सकते हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने यांग के हवाले से बताया है कि सौर पैनल से युक्त ये रोबोट आंकड़ा प्रसारित करने के लिए 25 किलोमीटर के दायरे में सूक्ष्म तरंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं और एक घंटा तक दौड़ लगा सकते हैं। फिलहाल रेगिस्तान से जुड़े आंकड़ों को मुख्यत: एयरोलॉजिकल स्टेशन से एकत्र किया जाता है।
यांग ने बताया, रोबोट में प्रयुक्त विभिन्न संवेदक जमीन से महज 50 सेंटीमीटर की दूरी पर लगे हैं जो वहां से जुडेÞ अत्यंत जरूरी आंकड़ों को हम तक पहुंचाएंगे। ये रोबोट निंगशिया यूनिवर्सिटी, शंघाई जियाओतोंग यूनिवर्सिटी, पेनसिलवानयिा यूनिवर्सिटी और चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के तहत कोल्ड एंड एरिड रिजंस एन्वायरनमेंट एंड इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के बीच साझा परियोजना का नतीजा हैं।
निंगशिया उत्तरी पश्चिमी चीन का शुष्क एवं बंजर क्षेत्र है जिससे सटा 43,000 स्क्वायर किलोमीटर के दायरे में फैला चीन का चौथा सबसे बड़ा तेंगर मरूस्थल है।