वॉशिंगटन। हो सकता है आपने कभी ‘वॉटर बेयर’ का नाम न सुना हो, लेकिन इस छोटे से जीव की एक विशेषता है जिसे भी आप नहीं जानते होंगे। तीस साल तक -20 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच रहकर यह जीव जिंदा हो गया है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जापान की एक रिसर्च टीम 1983 में जब अंटार्कटिक पर गई थी, तब उसे बर्फ में जमी काई के बीच यह जीव मिला था। यह एक तरह से मृत अवस्था में था। रिसर्च टीम ने इस जीव को गर्मी प्रदान करने की जगह बर्फ के एक बॉक्स में बंद किया और वापस जापान लेकर चले आए। इसके बाद इसे 30 साल तक ऐसे ही रहने दिया गया।
जीवित होते ही अंडे भी दिए
दरअसल अंटार्कटिक से ऐसे कई जीवों को लाया गया था। इन्हें दशकों तक -20 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखा गया। एक दिन रिसर्चर्स की एक अन्य टीम ने बॉक्स से इन जीवों को बाहर निकाला और इन्हें पोषक तत्वों से भरी नली में रखा और इसी के साथ कुछ ऐसा दिखा कि रिसर्चर्स खुश हो गए। एक ‘वॉटर बेयर‘ ने कुलबुलाना शुरू कर दिया। वैज्ञानिक इसे एक और नाम से पुकारते हैं। यह नाम है- स्लीपिंग ब्यूटी। पहले वॉटर बेयर के जिंदा होने के बाद अब एक और वॉटर बेयर जिंदा हो गया है और अंडे भी दे रहा है।
हर परिस्थिति में खुद को ढाल सकता है ये : वैज्ञानिकों का कहना है कि खोदकर इन्हें निकालिए, इन्हें बर्फ में दबा दीजिए और सालों तक इन्हें भूल जाइए। ये जीव किसी भी परिस्थिति में खुद को ढाल सकते हैं। देखने में ये कैटरपीलर और दरियाई घोड़े जैसा दिखता है।