काठमांडू। मेडिकल साइंस और डॉक्टर धुम्रपान को जानलेवा बताते हैं और सिगरेट के पैकेट्स पर भी चेतावनी लिखी होती है कि धुम्रपान से जान जा सकती है। लेकिन एक वृद्ध महिला है जो पिछले 95 सालों से हर रोज 30 सिगरेट पीती आ रही है लेकिन आज भी वैसी ही है।
1903 में जन्मीं बतूली को सिगरेट पीने की लत 17 साल की उम्र में लगी थी, जिसके बाद वो लगातार सिगरेट पी रही हैं। आज उनकी उम्र 112 साल है और वो लगातार दिन की 30 सिगरेट पिछले 95 सालों से पीती आ रही हैं।
बतुली बताती हैं कि सिगरेट के धुंए में मौजूद निकोटीन को कम करने के लिए उनकी अपनी तकनीक है। वो सिगरेट को दो उंगलियों के बीच रखने की बजाय वो अपनी पूरी हथेली में लपेटकर पीतीं हैं। बतुली बोलती हैं, 'मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता मेरी उम्र क्या है, मैने अपनी जिंदगी में कई चीजें बदलते देखीं हैं।'
लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि बाजार में बिकने वाली सिगरेट पीना एक गलत फैसला हो सकता है। वो खुद भी बाजार में बिकने वाली सिगरेट नहीं पीतीं। वो अपने लिए सिगरेट खुद बनाती हैं।
बतूली के पांच बच्चे थे, जिसमें से सबसे बड़ा बेटा ही जिंदा है जिनकी उम्र 85 साल है। 112 साल उम्र होने के बावजूद बतूली अपना सारा काम खुद करती हैं। उनके हिसाब से इतनी उम्र तक जिंदा रहने की वजह सिगरेट पीना बिलकुल नहीं है। इसका राज सिर्फ खुश रहना है और जिंदगी को खुशी-खुशी जीना है।