मेरठ। यूपी बिजली विभाग का एक और कारनामा सामने आया है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम ने मुरादाबाद के उद्यमी पराग मित्तल को 2032 करोड़ रुपए का बिजली बिल भेजा है। इतना ही नहीं बिल देखकर सकते में आए मित्तल ने जब स्थानीय अधिकारियों के पास गुहार लगाई तो उन्हें बिल जमा करने की सलाह दी गई।
इसके बाद मित्तल ने इसकी शिकायत राज्य विद्युत नियामक आयोग से की है। आयोग ने पावर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन से तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की है। दरअसल या वाक्य बिजली विभाग उस कारस्तानी को उजागर करता है जिसमें कंपनियों की ओर से नियुक्त बिलिंग एजेंसियां किस तरह से काम कर रही हैं। मित्तल ने 49 किलोवाट का कनेक्शन ले रखा है। बिलिंग एजेंसी ने 9 दिसंबर को मित्तल के मीटर में 300 करोड़ 92 हजार 466 यूनिट की खपत दिखाई है, जिसका बिल हुआ 2032 करोड़ 7 लाख 8 हजार 464 रुपए है।
अगर एक्सपर्ट्स की मानें तो 49 किलोवाट के कनेक्शन को रातों-दिन सालों चलाया जाए तो भी इतना बिल नहीं होगा क्योंकि मीटर में 9.99 लाख से ज्यादा रीडिंग ही दर्ज नहीं हो सकती। इस बिल को देखकर नियामक आयोग के चेयरमैन देश दीपक वर्मा भी चौंके गए। उन्होंने फौरन पावर कॉर्पोरेशन से रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए। आयोग के सचिव संजय श्रीवास्तव ने मंगलवार को कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष को पत्र भेजकर तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।