नई दिल्ली। आपने आज तक कई अजीबोगरीब मकान देखे होंगे लेकिन हम आपको आज एक ऐसे मकान के बारे में बता रहे हैं जो इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। सड़क से गुजरने वाला हर राहगीर इस अजीब मकान को देखे बिना आगे नहीं बढ़ता है। दरअसल इस मकान की बनावट ही कुछ ऐसी है जो सभी को एक नजर देखने के लिए मजबूर करती है। यह मकान बिहार के मुजफ्फरपुर के गन्नीपुर स्थित मुख्य सड़क के किनारे बना है जो पांच मंजिला है। इसमें आगे के आधे हिस्से में सीढ़ियां बनी हैं जबकि दूसरे हिस्से में घर बना हुआ है। मकान का आधा हिस्सा जो करीब 20 फीट लंबाई और 5 फीट चौड़ाई वाला है, उसमें एक कमरे का फ्लैट बनाया गया है जिसमें शौचालय से लेकर किचन तक मौजूद है।
इस घर का नक्शा साल 2012 में पास हुआ था और फिर साल 2015 में यह भवन बनकर तैयार हुआ था। मकान बनने पर कुछ लोग इसे मुजफ्फरपुर का एफिल टावर तो कुछ इसे अजूबाघर कहने लगे। अपनी खास बनावट के चलते यह मकान आसपास के इलाकों में काफी लोकप्रिय हो चुका है। पिछले दो साल से इस मकान को व्यवसाय के लिए उपयोग किया जा रहा है। इस मकान के आस-पास कोई मकान नहीं है। जानकारी के मुताबिक, इस मकान में किचन और शौचालय का आकार ढाई गुना बनाम साढ़े तीन फिट है। जबकि इसमें बने कमरे की लंबाई 11 फीट और चौड़ाई 5 फीट है। यानी इसमें अकेले रहने वालों के लिए चार फ्लैट तैयार किए गए हैं।
जबकि इसके निचले फ्लोर को हॉलनुमा आकार देकर ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां बनाई गई हैं। इस मकान के सबसे नीचे वाले फ्लोर पर कौशल विकास केंद्र के लिए ट्रेनिंग सेंटर खोला गया है। यहां एक साथ करीब 20 छात्र कंप्यूटर की ट्रेनिंग लेते हैं। जबकि ऊपर के मंजिलों पर बैचलर छात्र रहते हैं। संतोष और अर्चना नाम के दंपति ने अपनी शादी के बाद 6 फीट चौड़ा और 45 फीट लंबा यह भूखंड खरीदा था। इसकी चौड़ाई काफी कम थी जिसके कारण उन्होंने कई सालों तक इस पर कोई निर्माण नहीं करवाया। फिर लोगों ने उन्हें यह जमीन बेचने की सलाह दी। लेकिन उन्होंने शादी की यादगार इस जमीन पर मकान बनाने की ठानी और खुद मकान का नक्शा लेकर निगम के इंजीनियर के पास गए और नक्शा पास करवाया।