भिंड। एक समय लड़कियों को कोख में ही मारने के लिए कुख्यात मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिंड जिले में एक परिवार में एक बेटी पैदा होने पर अद्भुत नजारा देखने को मिला। स्थानीय कुशवाह कॉलोनी में रहने वाले शर्मा परिवार में दो पीढी के बाद बेटी के जन्म लेने पर कल परिवार अस्पताल से नवजात बेटी को बारात की तरह घर लेकर गया।
नवजात बेटी के पिता आशीष शर्मा ने बताया कि उनकी कोई बेटी नहीं थी। परिवार में 50 साल बाद 14 अप्रैल को उनकी पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया। इस पर मां और बच्ची को अस्पताल से घर बैंड-बाजे के साथ लाना चाहा था। परिवार और समाज के लोगों ने भी इस पर सहमति जताई। बच्ची को घर लाने पर आतिशबाजी की गई। भिडं जिले में वर्ष 2001 में 1000 बालकों के मुकाबले मात्र 832 बालिकाएं थीं। इस लिंगगानुपात में कुछ गांव तो 1000 पर 500 से भी कम बेटियों की संख्या वाले रहे हैं। वर्ष 2011 की जनगणना में 1000 बालकों के अनुपात में बालिकाएं 843 हो गईं।