तेहरान। ईरान ने अपने मिसाइल कार्यक्रम को रक्षात्मक उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा है कि वह इस पर कभी बातचीत नहीं करेगा। प्रेस टीवी ने शनिवार को ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ के हवाले से इस बात की जानकारी दी। जरीफ ने मिसाइल कार्यक्रम का बचाव करते हुए कहा कि ईरान की मिसाइलें सुरक्षा के लिए हैं और इस्लामिक गणराज्य को उनकी जरुरत है। उन्होंने कहा कि ईरान किसी भी क्षेत्रीय देश की तुलना में रक्षा पर कम खर्च करता है।
इसलिए हमनें शुरू से ही यह घोषणा की हुई है कि हमारी मिसाइलों को लेकर कोई बातचीत नहीं होगी। ईरानी विदेश मंत्री दोहा फोरम 2018 में भाग लेने के लिए इस समय कतर में हैं। जरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के आरोपों के संबंध में यह टिप्पणी की है। गौरतलब है कि श्री पोम्पियो ने एक दिसंबर को ईरान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के ‘प्रस्ताव 2231’ का उल्लंघन कर मिसाइल परीक्षण करने का आरोप लगाया था। ईरान ने मिसाइल परीक्षण की पुष्टि करते हुए सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लंघन करने के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।