नई दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे के शिलान्यास कार्यक्रम में भारतीय सरकार की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक 'गुगली’ फेंकी। कुरैशी की यह टिप्पणी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के एक दिन पहले दिए गए बयान पर आई है जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता को फिर से शुरू करने की संभावना को स्पष्ट रूप से यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि पाकिस्तान जब तक भारत के खिलाफ सीमा-पार से अंजाम दी जाने वाली आतंकवादी गतिविधियों को नहीं रोकता तब तक बातचीत संभव नहीं है।
पाकिस्तान ने इससे पहले बुधवार के कार्यक्रम में स्वराज को भी आमंत्रित किया था। लेकिन स्वराज ने पूर्व प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए करतारपुर साहिब आने में असमर्थता जताई थी। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों - हरसिमरत कौर बादल और हरदीप सिंह पुरी ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
कुरैशी ने कहा कि करतारपुर सीमा का खुलना क्रिकेटर से नेता बने खान की सरकार की एक 'बड़ी उपलब्धि’ है। बृहस्पतिवार को खान नीत सरकार ने आम चुनावों को जीतने के बाद से अपने शुरुआती 100 दिन पूरे कर लिए। कुरैशी ने क्रिकेट की शब्दावली का इस्तेमाल करते हुए कहा, इमरान ने एक गुगली डाली और भारत ने दो मंत्रियों को पाकिस्तान भेज दिया।
इस कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने भारत को अफगानिस्तान के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पड़ोसी बताया। उन्होंने कहा कि इमरान खान ने पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के साथ ही दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। उन्होंने खत लिखा कि आप आइए, मिल-बैठकर बात करें और (भारत के प्रतिनिधि) न्यूयॉर्क में मिलने पर राजी भी हो जाते हैं, लेकिन लगता है कि इस मुलाकात में वहां (भारत) की सियासत आड़े आ गई।