वाशिंगटन। अमेरिका ने कैलिफ़ोर्निया की सैन डियागो काउंटी से लगती मैक्सिको की सीमा को खोल दिया है। यह मुख्य सीमा क्षेत्रों में से एक है और इस रास्ते से सर्वाधिक शरणार्थियों का आगमन होता है। रविवार को इस सीमा को बंद कर दिया गया था। मैक्सिको और अमरिका की 2000 मील लंबी सीमा सैन डियागो, ब्राउंसविले और टेक्सास से होकर गुजरती है।
अमेरिका के सीमा शुल्क एवं सीमा रक्षा अधिकारी सैन वासिड्रो ने ट्विटर पर जारी बयान में कहा कि रविवार को इस सीमा को पैदल यात्रियों और वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। बेरिकेड्स हटाकर मैक्सिको की ओर से अमेरिका में कई शरणार्थियों के प्रवेश के प्रयास करने की रिपोर्ट के बाद इस सीमा को बंद कर दिया गया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को धमकी दी थी कि आवश्यकता पड़ी तो अवैध शरणार्थियों को रोकने के लिए मैक्सिको को सीमा को पूरी तरह से बंद कर दिया जायेगा। वाशिंगटन पोस्ट ने शनिवार को अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि ट्रम्प प्रशासन का ‘मैक्सिको में रहो’ प्रस्ताव को मैक्सिको ने मान लिया जिसके तहत शारणार्थियों को अमेरिका में प्रवेश की इजाजत नहीं मिल जाती वे मैक्सिको में भी रुकेंगे।
मैक्सिको के मोरने पार्टी के विधायक ओग्ला संचेेज कोरडेरो ने हालांकि इस बात का खंडन किया था कि उनका देश ऐसे किसी प्रस्ताव पर सहमत हुआ है। सूत्रों के अनुसार मध्य अमेरिका से शरणार्थियों का कई जत्था मैक्सिको पहुंच रहा है। मैक्सिको के गृह मंत्रालय के अनुसार मध्य के अमेरिका के सर्वाधिक गरीब देशों ग्वाटेमाला, होंडुरास और अल सल्वाडोर से पांच हजार शरणार्थी अमेरिका से लगे शहरों टिजुन्ना और मैक्सिकली में पहुंच चुके हैं।
अमेरिका में शरण लेने के लिए यहां एकत्र हुए कुछ लोग लाैट गये हैं और शेष लोग अमेरिका में प्रवेश करना चाहते हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने अपनी सीमा पर कई हजार सुरक्षाबल तैनात कर रखे हैं। डोनाल्ड ने राष्ट्रपति के चुनाव में मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने का विवादास्पद मुद्दा ज़ोरशोर से उठाया था।