लंदन। यूके के नव उद्घाटित इंडियन वॉर मेमोरियल में तोड़फोड़ की घटना पर भारत में कड़ी प्रतिक्रिया हुई है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने नस्लीय हमले की इस घटना के दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। ये हमला प्रथम विश्व युद्ध की शताब्दी के मौके पर किया गया। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस घटना पर अपनी गहन चिंता और अफसोस जताया है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, प्रथम विश्व युद्ध में दक्षिण एशियाई सैनिकों के योगदान के प्रतीक के तौर पर स्थापित की गई 15वीं सिख बटालियन के एक सिपाही की 10 फीट ऊंची मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने की घटना वाकई अपमानजनक है। ये घटना बीते कुछ महीनों में यूके और अन्य पश्चिमी देशों में सिखों के खिलाफ हुए नस्लीय हमलों के परिदृश्य में हुई है। इस प्रतिमा का उद्घाटन 4 नवंबर को किया गया था।
इस मूर्ति को प्रथम विश्व युद्ध में अपने प्राण देने वाले सिख सैनिकों के सम्मान के लिए आयोजित एक सम्मान समारोह से कुछ घंटे पहले ही क्षतिग्रस्त कर दिया गया। बता दें कि प्रथम विश्व युद्ध में भारत के 74,000 से ज्यादा सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी।