शंघाई। दुनिया का पहला सौर ऊर्जा से चालित विमान सोलर इंपल्स टू मंगलवार को चीन पहुंच गया। यह विमान अभी विश्व भ्रमण पर है। विमान के पायलट बर्टेंड पिकार्ड इसे लेकर चीन के चोंगकिंग हवाईअड्डे पर स्थानीय समयानुसार रात को एक बजकर 35 मिनट पर उतरे। अपने पिछले पड़ाव म्यांमा से यहां पहुंचने में इसे 22 घंटे का समय लगा।
यहां कुछ देर रूकने के बाद इस विमान के शंघाई से लगभग 270 किलोमीटर दूर नानजिंग की ओर रवाना होने का अनुमान है लेकिन मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए इसमें थोड़ा विलंब हो सकता है।
इस मिशन के इंजीनियर माइकल एंगर ने इस परियोजना की वेबसाइट पर लिखा है, हम थक गए हैं लेकिन हम बहुत खुश हैं कि हम चोंगकिंग में हैं। सोलर इंपल्स टू में 17,000 से ज्यादा सोलर सेल्स का प्रयोग किया गया है, जो इसके पंखों में लगाए गए हैं। इस विमान की इस विश्वयात्रा का पहला पड़ाव मस्कट था । इस यात्रा में इसके कुल 12 पड़ावों पर उतरने की योजना है।