बीजिंग। भारत और चीन के बीच अगले महीने 21वें दौर की सीमा वार्ता होगी। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन के स्टेट काउंसलर व विदेश मंत्री वांग यी चीन में होने वाली इस वार्ता का नेतृत्व करेंगे। डोभाल और वांग को 23 से 25 नवंबर के बीच होने वाली सीमा वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। इसी साल हुए फेरबदल में चीन के स्टेट काउंसलर यांग जेइची की जगह लेने वाले वांग के लिए वार्ता का यह पहला दौर होगा।
वार्ता के लिए तारीखों को अंतिम रूप दिया जा चुका है लेकिन जगह अभी तय नहीं है। इस वार्ता के राजधानी बीजिंग से बाहर होने की उम्मीद है। दोनों देशों द्वारा विशेष प्रतिनिधियों की बातचीत को विशेष महत्व दिया जाता है क्योंकि इसमें द्विपक्षीय संबंधों के सभी विषयों को शामिल किया जाता है। इसके अलावा सीमा विवाद को हल करने के लिए भी प्रयास किए जाते हैं।
बता दें कि भारत-चीन सीमा विवाद में 3,488 किलोमीटर की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) शामिल है। चीन अरुणाचल प्रदेश को भी दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है। वह अरुणाचल प्रदेश के लोगों को नियमित वीजा जारी नहीं करता, बल्कि उन्हें नत्थी वीजा देता है जिसका भारत विरोध करता है। भारत कई मौकों पर साफ चुका है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है।