बीजिंग। चीन ने समुद्र पर बने दुनिया के सबसे लंबे पुल को मंगलवार को आधिकारिक रूप से खोल दिया। समुद्र पर बना यह पुल 55 किलोमीटर लंबा है और इस पर 20 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च आया है। यह पुल हॉन्ग कॉन्ग, मकाऊ को चीन के झुहेई शहर से जोड़ता है। राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चीन के दक्षिणी ग्वांगदोंग प्रांत स्थित झुहेई में आयोजित एक विशेष समारोह में इस पुल का उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम में हांगकांग और मकाऊ के नेताओं समेत करीब 700 मेहमान शामिल हुए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, शी ने एक वाक्य बोलकर इस पुल का उद्घाटन किया। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि पर्ल नदी के मुहाने पर लिंगदिंगयांग जल क्षेत्र में बना यह पुल समुद्र पर बना दुनिया का सबसे लंबा पुल है।
3 घंटे की दूरी अब मात्र 30 मिनट में पुल को सामान्य यातायात के लिए बुधवार से खोला जाएगा। इस पुल के निर्माण से हॉन्ग कॉन्ग और झुहेई के बीच यात्रा करने में लगने वाला तीन घंटे का समय घटकर 30 मिनट रह जाएगा। चीन के उपप्रधानमंत्री हान झेंग ने कहा कि यह पुल हॉन्ग कॉन्ग तथा चीन के मुख्य भूभाग को आर्थिक तथा व्यापार गतिविधियों के लिहाज से और करीब लाएगा। इस पुल से हॉन्ग कॉन्ग और मकाऊ को चीन के मुख्य भूभाग से जोड़ने में मदद मिलेगी।