काबुल। अफगानिस्तान में साल 2010 के बाद शनिवार को पहली बार हो रहे संसदीय चुनाव के दौरान दो से अधिक विस्फोटों में कई लोग घायल हो गए। युद्धग्रस्त इस देश में चुुनाव आतंकवादियों के निशाने पर है। इटली के एक गैर सरकारी संगठन ने इन हमलों में कम से कम 30 लोगों के घायल होने का दावा किया है। उसका कहना है कि कम से कम तीन मतदान केंद्रों पर हमले हुए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमलावरों के हमले के बावजूद लोगों को मतदान से रोकने का उनका मंसूबा सफल नहीं हुआ। लोग मतदान के लिए घरों से बाहर आ रहे हैं। विस्फोट के बाद राजधानी के उत्तर में स्थित एक स्कूल से मतदाताओं को भागते हुए देखा गया।
कड़ी सुरक्षा और मतदान में गड़बड़ी की आशंकाओं के बीच सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया। नाटो द्वारा 2014 में आतंकवाद रोधी अभियान खत्म करने के बाद यहां पहली बार मतदान हो रहे हैं। मतदान शाम चार बजे तक चलेगा। चुनाव में 2564 उम्मीदवार राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं जिनमें 16 प्रतिशत महिलाएं हैं। अफगानिस्तान में पिछले पांच महीनों में आतंकवादी हमलों में कई मतदान कर्मियों, मतदाताओं और कम से कम 10 मतदाताओं की हत्या हो चुकी है। तालिबान ने शुक्रवार को बयान जारी करके मतदान का बहिष्कार करने के लिए कहा था। सरकार ने कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान के लिए 54 हजार सैनिक तैनात किए हैं।