टोक्यो। अब रंगबिरंगी लाइट के साथ आगे-पीछे हटने वाले और आपसे सिर्फ बातचीत करने वाले रोबोट भूल जाइए। टॉक्यो की वर्ल्ड रोबोट समिट में पूरा फोकस एक ऐसे रोबोट पर था, जो आपके लिए डाकिए का काम करेगा, आपके लिए शॉपिंग करेगा और जरूरत पड़ने पर आपके लिए घर भी बनाएगा। समिट में सबका परिचय कैरिरो से कराया गया।
कैरिरो एक डिलिवरी रोबोट है, जो कुछ हद तक लंदन बस टॉय जैसा दिखने वाले इस रोबोट की आंखों में आप देखेंगे तो आपको बेहद दोस्ताना भाव नजर आएगा। यह रोबोट गलियों में 6 किलोमीटर तक पैकेज डिलिवर कर सकता है। जापान की सुमिटोमो कॉर्प के शियो इशीकावा ने बताया, कैरिरो को रोल लॉन्ग पेवेमेंट के साथ डिजाइन किया गया है, जो खुद को जीपीएस के जरिए कनेक्ट करता है एक अड्रेस से दूसरे अड्रेस पर खुद पहुंच सकता है।
कोड की पुष्टि होने पर ही पैकेज डिलिवर
जिसे यह पैकेज डिलिवर करना है, उसे एक कोड भेजा जाता है। कोड की पुष्टि होने पर ही कैरिरो उसे पैकेज डिलिवर करता है। इशीकावा ने बताया कि बढ़ते हुए जापान में ऐसी सर्विस की बेहद जरूरत थी। देश में काम करने की उम्र के लोगों का अभाव है, यहां की 28 प्रतिशत जनता की हलचल बेहद लिमिटेड है। यह रोबोट आॅबजेक्ट की वैरायटी को समझने में सक्षम है। यह बाह्य दुनिया का इंटरफेस मुहैया कराने के लिए एक वेबलिंक का इस्तेमाल करता है। उम्रदराज और अक्षम लोगों को काफी मदद मुहैया करा सकता है। जापान में कंस्ट्रक्शन सेक्टर और रिटेल सेक्टर में ऐसे किसी अविष्कार की बेहद आवश्यकता थी। मैन पावर की कमी से जापान लंबे समय से जूझ रहा है।
स्टोरों में भी मददगार
जापान में 24 घंटे खुलने वाले स्टोर में भी यह रोबोट काम कर सकता है। जहां जापान 2020 ओलिंपिक की तैयारी कर रहा है। ऐसे में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम करने वालों की बेहद जरूरत थी। इस जरूरत को पूरा करने के लिए रोबोट का अविष्कार किया गया।
कैरिरो को रोल लॉन्ग पेवेमेंट के साथ डिजाइन किया गया है, जो खुद को जीपीएस के जरिए कनेक्ट करता है एक अड्रेस से दूसरे अड्रेस पर खुद पहुंच सकता है।
-शियो इशीकावा, सुमिटोमो कॉपोर्रेशन