ब्रसेल्स। अमेरिका के एक राजनयिक का रूसी मिसाइलों को लेकर धमकी भरा बयान सामने आया है। जो रूस के साथ तनाव बढ़ाने का कारण बन रहा है। यह धमकी भरा बयान ब्रसेल्स में नाटो डिफेन्स पर मंत्रियों की एक बैठक से ठीक पहले आया है।
बीबीसी रिपोर्ट में बताया गया है कि वाशिंगटन का मानना है कि मिसाइलों से, महत्वपूर्ण शीत युद्ध हथियार नियंत्रण संधि का उल्लंघन हो रहा हैं। नाटो के राजदूत के बेली हचिसन ने बैठक से पहले इस मुद्दे को फिर से उठाते हुए रूस पर इंटरमीडिएट रेंज न्यूक्लियर फोर्स (आईएनएफ) 1987 समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। इस संधि में हथियारों के सभी श्रेणियों जैसे 500 से 5500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली मध्यम दूरी वाली मिसाइलों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
रूस के इससे इनकार के बावजूद अमेरिका जोर देकर कह रहा है कि रूस ने अपने शस्त्रागार में एक नयी मध्यम दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाइल नोवाटोर 9 एम729 को शामिल किया है। उनके अनुसार इस हथियार से रूस अल्पावधि में नाटो देशों पर परमाणु हमले कर सकने में सक्षम होगा। राजदूत हचिसन ने कहा अमेरिका इस समस्या का राजनयिक समाधान चाहता है। राजदूत ने संकेत दिये कि अगर रूस इस तरह के हथियार बनाना लगातार जारी रखता है तो अमेरिका इस मसले पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है।