वॉशिंगटन। अमेरिका में भारत को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में हिन्दू राष्ट्रवाद राजनीति को काफी हद तक प्रभावित कर रहा है। जिससे भारत के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने को खतरा पैदा हो गया है। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म देश में 'बहुसंख्यक वर्ग की हिंसा' की बढ़ती घटनाओं को 'प्रत्यक्ष और परोक्ष' रूप से मंजूरी देते हैं। कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) ने अपनी रिपोर्ट में धर्मांतरण निरोधी कानून, गोरक्षा के लिए कानून हाथ में लेना, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कथित हमले और गैर सरकारी संगठनों के अभियानों को भारत की धर्मनिरपेक्ष परंपराओं के लिए हानिकारक माना है।
सीआरएस रिपोर्ट अमेरिकी कांग्रेस की आधिकारिक रिपोर्ट नहीं है इस तरह की रिपोर्ट स्वतंत्र विशेषज्ञ तैयार करते हैं ताकि सांसद इन पर गौर कर सके और उचित फैसले ले सके। रिपोर्ट का शीर्षक है 'इंडिया: रिलिजस फ्रीडम ईशुज'। इसमें कहा गया है, 'संविधान द्वारा धार्मिक स्वतंत्रता की स्पष्ट रूप से रक्षा की गई है। भारत की आबादी में हिंदुओं की संख्या सबसे ज्यादा है। बीते दशकों में हिंदू राष्ट्रवाद उभरता राजनीतिक बल है और यह कई मायनों में भारत की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहा है और देश की धार्मिक स्वतंत्रता पर नए हमलों की वजह बन रहा है।'