वाशिंगटन। यमन में सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने गत नौ अगस्त को एक स्कूल बस पर हमला करने में अमेरिकी बम का इस्तेमाल किया था। सीएनएन ने एक युद्ध विशेषज्ञ के हवाले से बताया है कि अमेरिका से हथियार संधि के तहत सऊदी को ये खतरनाक बम मिले हैं। सीएनएन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी सैन्य गठबंधन ने स्कूल बस पर हवाई हमला यह समझकर किया था कि उसमें आतंकी हैं।
इस हमले में 40 बच्चों समेत 51 लोग मारे गए थे। हमले में अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित 227 किलोर्ग्राम वजनी लेजर गाइडिड एमके-82 बम इस्तेमाल किया गया था। सऊदी अरब ने वर्ष 2016 में भी ऐसे ही बम से यमन में एक जनाजे पर हमला किया था। इसमें 155 लोगों की मौत हो गई थी। बाद में सऊदी अरब ने अपनी गलती मानते हुए हमले की पूरी जिम्मेदारी ली थी। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस पर कार्रवाई करते हुए सऊदी को विध्वंसक हथियारों की बिक्री पर रोक लगा दी थी।