मॉस्को। चीनी उत्पादों पर शुक्ल बढ़ाने के बाद अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए गए आर्थक व व्यापारिक प्रतिबंधों से अब एक नए व्यापारिक युद्ध की आहट सुनाई देने लगी है। रूस और अमेरिका के बीच व्यापारिक तल्खियां बढ़ती जा रही हैं। रूसी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अमेरिकी प्रतिबंधों में रूस को विदेशी सहायता पर प्रतिबंध और देश में सैन्य और दोहरी उपयोग वस्तुओं की बिक्री साथ ऋण और अन्य वित्तीय सहायता प्रदान करने का पर भी प्रतिबंध शामिल होगा।
अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि प्रतिबंध से लाखों डॉलर के निर्यात प्रभावित हो सकते हैं। रूसी अर्थव्यवस्था को लगभग 70 प्रतिशत को झटका लगा सकता है जिसके परिणामस्वरूप श्रम बल में लगभग 40 फीसदी गिरावट आ सकती है। रूसी प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव ने कहा, 'मैं बस इतना कह सकता हूं कि अगर वे बैंकिंग परिचालनों या किसी भी मुद्रा के उपयोग पर प्रतिबंध लगाते हैं तो हम इसे आर्थिक युद्ध की घोषणा कहते हैं और हमें इसका जवाब देना होगा - आर्थिक रूप से, राजनीतिक रूप से या जरूरत पड़ने पर किसी अन्य तरीके से। हमारे अमेरिकी मित्रों को इस बारे में कोई गलती नहीं करनी चाहिए।'